कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के तहत पांचवें चरण का आज मतदान हो रहा है। पांचवें चरण में 45 सीटों पर मतदान कराए जा रहे हैं। इन सभी सीटों पर वोटिंग सुबह 7 बजे शुरू हो गई। मतदान के लिए सुबह से मतदाताओं की लंबी कतार भी नजर आने लगी है।
पांचवें चरण में कुल करीब 1.13 करोड़ मतदाता 342 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। इनमें सिलीगुड़ी के महापौर अशोक भट्टाचार्य, राज्य के मंत्री ब्रत्य बुस और बीजेपी के समिक भट्टाचार्य जैसे नाम शामिल हैं।
इस चरण में उत्तरी 24 परगना के 16, पूर्ब बर्धमान और नादिया के आठ-आठ, जलपाईगुड़ी के सात, दार्जिलिंग के पांच और कलिम्पोंग जिले के एक विधानसभा क्षेत्र में 15,789 मतदान केंद्रों पर वोट डाले जा रहे हैं।
पश्चिम बंगाल: पांचवें चरण के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
पश्चिम बंगाल में चौथे चरण में हिंसा देखने को मिली थी। कूचबिहार का मामला भी चर्चा में रहा था। ऐसे में चुनाव आयोग ने राज्य में स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा किया है।
केंद्रीय और राज्य बलों को इसके लिए तैनात किया गया है। केंद्रीय बलों की 853 कंपनियां तैनात की गई है। इससे पहले चौथे चरण में 44 सीटों के लिए मतदान के लिए 789 कंपनियों को तैनात किया गया था। चुनाव अयोग के सूत्रों के अनुसार 853 कंपनियों में से केवल 283 कंपनियां 24 परगना जिले के लिए भेजी गई हैं।
2019 में इन सीटों पर बीजेपी को मिली थी सफलता
साल 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरन बीजेपी इन क्षेत्र में अधिक सीटों पर सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस से आगे रही थी। वहीं, 2016 के विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने इस क्षेत्र में 32, वाममोर्चा-कांग्रेस गठबंधन ने दस सीटें जीती थीं जबकि बीजेपी के पास कोई सीट नहीं आयी थी।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में 294 सदस्यीय विधानसभा के लिए आठ चरणों में चुनाव कराये जा रहे हैं। पहला चरण 27 मार्च को था और आखिरी चरण 29 अप्रैल को है।