नई दिल्ली: ओडिशा ट्रेन दुर्घटना पर सियासी बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया है कि ट्रेन दुर्घटना की सीबाआई जांच करने का फैसला केवल तथ्यों को छुपाने के लिए लिया गया है। ममता ने कहा कि केंद्र सरकार ने जिस तरह पुलवामा हमले के तथ्य छुपाए थे उसी तरह ओडिशा ट्रेन दुर्घटना के तथ्य भी छुपाए जा रहे हैं।
केंद्र पर निशाना साधते हुए ममता ने कहा, "तथ्यों को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। यह घटना क्यों हुई और कैसे हुई? सीबीआई इस हादसे में क्या कर रही है? क्या आपने (केंद्र) पुलवामा नहीं देखा? सीबीआई ट्रेन हादसे की जांच करने के बजाय कई नगर पालिकाओं और शहरी विकास क्षेत्रों में जा रही है। जो लोग इस (दुर्घटना) के लिए जिम्मेदार हैं, मैं चाहती हूं कि उन्हें सजा मिले।"
बता दें कि ममता बनर्जी के आक्रमक बयानों के बाद पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता शुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाते हुए बीते दिनों ही कहा था कि ट्रेन दुर्घटना के पीछे तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का हाथ है। शुवेंदु अधिकारी ने कहा है कि यही कारण है कि ममता बनर्जी हादसे की सीबाआई जांच से घबराई हुई हैं।
2 जून को ओडिशा के बालासोर जिले के बहनागा बाजार स्टेशन पर तीन अलग-अलग पटरियों पर बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गईं। इस हादसे में 275 लोगों ने जान गवांई जबकि सैकड़ों लोग अब भी अस्पताल में हैं। रेलमंत्री ने इस हादसे की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की थी। इसके बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने ओडिशा ट्रेन हादसे की जांच शुरू भी कर दी है। सीबीआई की 10 सदस्यीय टीम ने सोमवार को बालासोर ट्रेन दुर्घटना स्थल का दौरा किया और दुर्घटना की जांच शुरू की।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अकेले नहीं हैं जो दुर्घटना की सीबीआई जांच पर सवाल उठा रही हैं। इससे पहले कांग्रेस भी सीबीआई जांच पर सवाल उठा चुकी है। कांग्रेस का कहना है कि सीबीआई जांच के नाम पर देश का ध्यान भटकाया जा रहा है। CAG रिपोर्ट में सामने आ चुका है कि 2017 से अब तक कितनी बार ट्रेन दुर्घटनाएं हुईं हैं। इस पर न प्रधानमंत्री ध्यान दे रहे और न रेलमंत्री।