कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस शासित पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव की तैयारियां लगभग पूरी हो गई है। शनिवार, 8 जुलाई 2023 को राज्य में पंचायत चुनाव होने से लेकिन ठीक उससे एक दिन पहले यानी आज राज्य में अशांति फैली हुई है।
बताया जा रहा है कि शुक्रवार को मुर्शिदाबाद जिले में एक कांग्रेस कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई। वहीं, कूच बिहार जिले में गोली लगने से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चार कार्यकर्ता घायल हो गए।
पंचायत चुनाव उम्मीदवार का भाई का कांग्रेस नेता
गौरतलब है कि मुर्शिदाबाद में रानीनगर इलाके में कांग्रेस कार्यकर्ता अरविंद मंडल की हत्या कर दी गई। वह पंचायत चुनाव में पार्टी उम्मीदवार हृदय मंडल के भाई थे।
यह घटना तब हुई जब राज्यपाल सीवी आनंद बोस आज जिले के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करने वाले हैं। इस हत्या पर कांग्रेस ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कार्यकर्ताओं ने पीट-पीटकर अरविंद मंडल की हत्या कर दी। हालांकि, टीएमसी ने आरोपों से साफ इनकार कर दिया है।
पश्चिम बंगाल में ये पहला मामला नहीं है जब चुनाव के दौरान कार्यकर्ताओं की मौत हत्या हो रही है। जानकारी के अनुसार, जबसे पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव की घोषणा हुई है अलग-अलग समय पर विपक्ष के कई नेताओं की हत्या का मामला सामने आया है।
अकेले मुर्शिदाबाद में पंचायत चुनाव के दौरान पांच लोगों की मौत हो गई है। नामांकन प्रक्रिया शुरू होने के बाद से अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है।
दूसरी ओर, कल रात कूच बिहार के दिनहाटा इलाके में चार भाजपा कार्यकर्ताओं को गोली मार दी गई, जब उनके टीएमसी समकक्षों ने कथित तौर पर उन पर देशी बम फेंके और गोलियां चलाईं।
घायलों की पहचान मिलन बर्मन, चंद्रा बर्मन, अर्जुन बर्मन और हीरो बर्मन के रूप में हुई। इन सभी को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मुर्शिदाबाद का दौरा करेंगे राज्यपाल
इस बीच राज्यपाल मुर्शिदाबाद के कुछ इलाकों का दौरा करेंगे, जो राजनीतिक हिंसा से प्रभावित है। वह पहले दक्षिण 24 परगना के भांगर, कैनिंग और बसंती और कूच बिहार का दौरा कर चुके हैं, जहां राजनीतिक दलों के बीच झड़पें हुई थीं।
बता दें कि हाई-स्टेक पंचायत चुनाव 8 जुलाई (शनिवार) को होने वाले हैं। गुरुवार को चुनाव प्रचार खत्म हो गया। लगभग 5.67 करोड़ लोग त्रिस्तरीय पंचायत प्रणाली में अपने मताधिकार का प्रयोग करने के पात्र हैं।
जिसमें जिला परिषद, पंचायत समिति और ग्राम पंचायत शामिल हैं। अधिकारियों ने कहा कि ग्रामीण चुनावों के लिए लगभग 65,000 सक्रिय केंद्रीय पुलिस कर्मी और 70,000 राज्य पुलिस कर्मी तैनात किए जाएंगे।