Weather Update Today: मैदान से लेकर पहाड़ों तक मानसून के चलते आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। खासकर पहाड़ी इलाकों में बारिश का समय सबसे नुकसानदेह साबित होता है। मानसूनी बारिश के चलते इस समय चल रही अमरनाथ यात्रा को स्थगित कर दिया गया है। तीर्थयात्रा मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है, जिसके कारण अधिकारियों को बालटाल और पहलगाम दोनों मार्गों पर मरम्मत और रखरखाव का काम करना पड़ रहा है।
इसके अलावा, प्रमुख मार्गों पर भूस्खलन के कारण केदारनाथ यात्रा भी लगातार तीसरे दिन स्थगित रही। यात्रा से लौट रहे 450 से ज़्यादा तीर्थयात्रियों को एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवानों ने वैकल्पिक वन मार्गों से बचाकर सोनप्रयाग सुरक्षित पहुँचाया। इस बीच, 5,000 से ज़्यादा तीर्थयात्रियों को सोनप्रयाग शिविर में ही रोक दिया गया है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आने वाले दिनों के लिए व्यापक मौसम पूर्वानुमान जारी किया है, जिसमें देश के विभिन्न क्षेत्रों में तीव्र वर्षा और तापमान में उतार-चढ़ाव पर ज़ोर दिया गया है। वर्तमान मानसून की गतिशीलता कई वायुमंडलीय प्रणालियों से प्रभावित हो रही है, जिनमें ऊपरी वायु चक्रवाती परिसंचरण, पश्चिमी विक्षोभ और उत्तर की ओर स्थानांतरित मानसून गर्त शामिल हैं।
दिल्ली में मौसम का हाल
मौसम विभाग ने भारी बारिश का अनुमान जताते हुए साप्ताहिक पूर्वानुमान जारी किया है। 2 अगस्त को गरज के साथ बारिश की संभावना है। इस दौरान अधिकतम तापमान 35°C और न्यूनतम तापमान 25°C के आसपास रह सकता है। 3 अगस्त को आसमान में बादल छाए रहने और उसके बाद मध्यम बारिश होने की संभावना है।
अधिकतम तापमान 33°C और न्यूनतम तापमान 24°C के आसपास रहने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने गुरुग्राम में भारी बारिश और गरज के साथ बारिश का येलो अलर्ट भी जारी किया है।
हिमाचल प्रदेश में बादल फटना और भूस्खलन
हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार को लाहौल घाटी में बादल फटने की तीन घटनाएँ हुईं। तिंदी के पुहरे नाला के पास बाढ़ की खबर है। यांगला घाटी और जिस्पा में बादल फटने की दो और घटनाएँ हुईं, जिससे निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर भागना पड़ा। कांगड़ा ज़िले में भारी बारिश के कारण सात पशुशालाएँ और दो घर ढह गए।
पंडोह (मंडी) और समलैतु (बिलासपुर) के पास भूस्खलन के कारण कीरतपुर-मनाली चार-लेन राजमार्ग लगभग नौ घंटे तक अवरुद्ध रहा। राजमार्ग के दोनों ओर सैकड़ों वाहन फँसे रहे।
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में बाढ़ का खतरा
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शनिवार को देहरादून, टिहरी, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, नैनीताल और बागेश्वर ज़िलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
वाराणसी में, गंगा नदी चेतावनी के निशान को पार कर श्री काशी विश्वनाथ धाम के गंगा द्वार में प्रवेश कर गई। बताया जा रहा है कि शहर की कुछ संकरी गलियों से नावें गुजर रही हैं। प्रयागराज में, गंगा और यमुना दोनों नदियाँ खतरे के निशान से थोड़ा नीचे बह रही हैं। शहर के 14 इलाके और आसपास के 44 गांव बाढ़ के पानी से प्रभावित हैं।
अन्य राज्यों का हाल
पश्चिमी भारत के कुछ हिस्सों में पूरे सप्ताह हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। इस क्षेत्र के लिए बहुत भारी वर्षा या चरम मौसम की घटनाओं की कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है।
तमिलनाडु में 3-5 अगस्त के बीच तेज़ बारिश होगी, जबकि केरल और माहे में 6-7 अगस्त को भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। IMD ने इस क्षेत्र के लिए तेज़ हवा (40-50 किमी प्रति घंटे) की चेतावनी भी जारी की है।
पूर्व और मध्य भारत भी तीव्र मानसून गतिविधि के रडार पर हैं। उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम और बिहार में 2-3 अगस्त के बीच अत्यधिक भारी वर्षा होगी। मध्य प्रदेश (विशेषकर पश्चिमी और पूर्वी भाग) और छत्तीसगढ़ में सप्ताह के दौरान छिटपुट भारी वर्षा होगी।
पूर्वोत्तर क्षेत्र में पूरे सप्ताह लगातार वर्षा की गतिविधि देखी जाएगी। IMD ने मेघालय (2-3 अगस्त) और अरुणाचल प्रदेश (3 अगस्त) में अत्यधिक भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है, साथ ही क्षेत्र के सभी राज्यों में गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने की प्रबल संभावना है।