नई दिल्ली: उत्तर भारत में मानसून के प्रवेश करते ही भारतीय मौसम विभाग ने बताया है कि दिल्ली और एनसीआर समेत कई इलाकों में 30 जून को भारी वर्षा होने जा रही है। बारिश के अगले तीन दिनों तक जारी रहने की संभावना भी मौसम विभाग ने जताई है। एजेंसी ने 30 जून से 2 जुलाई तक धीमी बूंदाबांदी से तेज वर्षा का अनुमान लगाते हुए दिल्ली में 'ऑरेंज अलर्ट' जारी कर दिया है। हालांकि, इस बीच दिल्ली वासियों को सतर्क रहने की भी जरूरत है, क्योंकि पानी के निकासी न होने के चलते घरों और कार्यालयों में पानी अच्छा खासा रह जाता है। फिर किसी बारिश के कम होने तक लोगों को पानी के निकलने का इंतजार करना पड़ता है।
दिल्ली के आसपास क्षेत्रों में भारी बारिश के साथ तूफान और तेज हवा भी आएगी, जिसकी रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे रहने की उम्मीद है। हालांकि, मौसम विभाग ने ये भी कहा है कि रविवार को यहां का तापमान लगभग 34 डिग्री सेल्सियस रहेगा।
इसके अलावा मानसूम एजेंसी ने ये भी भविष्यवाणी कर दी है कि 3 से 5 जुलाई को भी मानसून रहेगा और बादल छाए रहेंगे, जिसमें तूफान आने की पूरी संभावना है। साथ ही बारिश तो होनी ही है, ऐसा अनुमान भारतीय मौसम विभाग ने लगाया है।
दिल्ली का तापमान आने वाले दिनों मेंमौसम विभाग ने अपने दैनिक बुलेटिन में कहा कि आने वाले सप्ताह में दिल्ली में अधिकतम और न्यूनतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस और 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने वाला है।
इस बीच ध्यान देने वाली बात है कि राजधानी के कई हिस्सों में भारी वर्षा हुई, जिसमें रोहिणी, बुराड़ी और मध्य दिल्ली शामिल है। शहर के प्राथमिक मौसम केंद्र, सफदरजंग में दोपहर 2.30 बजे से शाम 5.30 बजे के बीच 8.9 मिमी और लोधी रोड पर 12.6 मिमी बारिश दर्ज की गई। आमतौर पर दिल्ली में मानसून के मौसम में लगभग 650 मिमी वर्षा होती है। हालांकि, अब तक हुई बारिश पिछले वर्षों के मुकाबले एक-तिहाई ही है।
शनिवार को हुई वर्षा के कारण 6 लोगों की मृ्त्यु हो गई है, यह आंकड़ा लगभग 11 तक जा पहुंता है, जब से मानसून उत्तर भारत पहुंचा है। इस बात की जानकारी पीटीआई रिपोर्ट के जरिए सामने आई है।
उत्तर भारत के अन्य राज्यों में कब होगी वर्षा ?दिल्ली के अलावा, उत्तर भारत के कई राज्यों में भी दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के बढ़ने के कारण बारिश होने की उम्मीद है। आईएमडी के अनुसार, 30 जून से 3 जुलाई तक हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है।
मौसम विभाग ने ये भी बताया कि मानसून उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से और पश्चिमी हिस्से में भी शनिवार को प्रेवश कर गया है। हालांकि, मौसम के आने से फसलों के लिए उचित समय है और इससे राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़ और पंजाब को फायदा होगा। पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और जम्मू में भी अगले दो-तीन दिन बारिश का अच्छा नजारा देखने को मिलेगा।
मध्य भारत में आने वाले राज्यों में शामिल गुजरात, मध्य प्रदेश के शेष हिस्सों और राजस्थान और छत्तीसगढ़ के कुछ और हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल होने की संभावना है। आने वाले दिनों में कोंकण-गोवा, केरल, दक्षिणी कर्नाटक और तमिलनाडु में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की पूरी उम्मीद है।
पूर्वोत्तर भारत में, आने वाले तीन दिनों में पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कुछ हिस्सों में गरज और बिजली के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।