नई दिल्ली, 16 मार्च। अन्ना हजारे एक बार फिर केंद्री सरकार को घेरने की तैयारी में है। शहीद भगत सिंह की शहादत दिवस यानी 23 मार्च को अन्ना हजारे मोदी सरकार के खिलाफ जन लोकपाल बिल सहित अन्य मुद्दों को लेकर आंदोलन की शुरूआत करने वाले हैं। अन्ना का यह आंदोलन दिल्ली के रामलीला मैदान में होगा। वहीं उनके समर्थक उत्तर प्रदेश में भी आंदोलन की योजना बना रहे हैं।
अन्ना हजारे की भ्रष्टाचार विरोधी जन आंदोलन न्यास की राष्ट्रीय कमेटी व इंडिया अगेंस्ट करप्शन (आईएससी) के मुताबिक इस आंदोलन के माध्यम से लोकपाल एक्ट की धारा 44 में बदलाव का विरोध किया जाएगा। आंदोलन के शुरूआती दिनों में एक ओर जहां शाम सात से आठ बजे के बीच शहरो में ब्लैक आउट कर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा तो वहीं दूसरी ओर गांवों में थाली और बर्तन बजाए जाएंगे।
जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश में अन्ना आंदोलन के लिए 30 लोगों की टीम बनाई गई हैं। जिस दिन अन्ना हजारे दिल्ली में अपना आंदोलन शुरू करेंगे, उसी दिन उत्तर प्रदेश के 30 जनपदों में भी आंदोलन शुरू होगा। भ्रष्टाचार विरोधी जन आंदोलन न्यास के लखनऊ जिला कोऑर्डिनेटर और आईएससी सदस्य राकेश गोयल के मुताबिक इस आंदोलन में शामिल कार्यकर्ताओं ने अन्ना हजारे को एफिडेविट दिया है कि कोई भी कार्यकर्ता किसी भी राजनीतिक दल में शामिल नहीं होगा।