WATCH MahaKumbh 2025 Prayagraj: महाकुंभ में सोमवार को बसंत पंचमी के अवसर पर आयोजित तीसरे अमृत स्नान में नागा साधु आकर्षण का केंद्र रहे, जिन्होंने अपने विशिष्ट स्वरूप और अनुष्ठानों से श्रद्धालुओं का ध्यान अपनी ओर खींचा। अमृत स्नान के लिए अधिकांश अखाड़ों का नेतृत्व कर रहे इन नागा साधुओं का अनुशासन और उनका पारंपरिक शस्त्र कौशल देखने लायक था। कभी डमरू बजाते हुए तो कभी भाले और तलवारें लहराते हुए, इन साधुओं ने हथियार चलाने के कौशल का अद्भुत प्रदर्शन किया।
कुछ नागा साधु घोड़ों पर सवार दिखे, जबकि अन्य गले में माला और त्रिशूल लटकाए नंगे पांव चलते दिखे। जब मीडियाकर्मी और श्रद्धालु उनकी तस्वीर ले रहे थे तो साधुओं ने उत्साहपूर्वक उन्हें अपनी परंपराओं को करीब से देखने के लिए आमंत्रित किया। कुछ ने तो काले चश्मे भी पहने हुए थे, जिससे दर्शक काफी खुश हुए।
पुरुष नागा साधुओं के साथ ही महिला नागा संन्यासियों की भी बड़ी संख्या में मौजूदगी रही। पुरुष नागाओं की तरह ही महिला नागा संन्यासी भी उसी ढंग से तप और योग में लीन रहती हैं। फर्क सिर्फ इतना होता है कि ये गेरुआ वस्त्र धारण करती हैं। इसके अतिरिक्त, खुद के साथ परिवार के लोगों का पिंड दान करना होता है तब जाकर महिला नागा संन्यासी बन पाती हैं।
महाकुंभ: आदित्यनाथ ने बसंत पंचमी पर अमृत स्नान करने वाले साधु-संतों, श्रद्धालुओं को बधाई दी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को बसंत पंचमी पर महाकुंभ में तीसरे भव्य अमृत स्नान के दौरान संगम में डुबकी लगाने वाले संतों और श्रद्धालुओं को बधाई दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अमृत स्नान की व्यवस्था की निगरानी के लिए सोमवार तड़के साढ़े तीन बजे से अपने सरकारी आवास स्थित ‘वॉर रूम’ में बैठक की।
योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा ‘‘महाकुंभ-2025, प्रयागराज में बसंत पंचमी के पावन अवसर पर पवित्र त्रिवेणी संगम में पावन अमृत स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित करने वाले पूज्य साधु-संतों, धर्माचार्यों, सभी अखाड़ों, कल्पवासियों एवं श्रद्धालुओं को हार्दिक बधाई।’’
अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री अमृत स्नान के दौरान महाकुंभ में व्यवस्था पर लखनऊ स्थित अपने आवास से नजर रखे हुए हैं। सूचना निदेशक शिशिर सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बसंत पंचमी पर अमृत स्नान की व्यवस्था की निगरानी के लिए साढ़े तीन बजे से अपने सरकारी आवास स्थित ‘वॉर रूम’ में बैठक की।
उन्होंने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी), प्रमुख सचिव गृह और मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों से लगातार ताजा जानकारी प्राप्त की और उन्हें आवश्यक निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने प्रशासनिक अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश दिए कि स्नान के दौरान किसी भी प्रकार की कोई असुविधा न हो।
आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे स्नान स्थल पर पूरी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करें और श्रद्धालुओं के लिए सभी आवश्यक इंतजाम करें। उन्होंने आस्था के इस महान पर्व पर प्रशासन की तत्परता बढ़ाने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने सुरक्षा व्यवस्था और यातायात प्रबंधन पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित किया, ताकि श्रद्धालु बिना किसी समस्या के संगम में स्नान कर सकें। मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान के दौरान मची भगदड़ की घटना के बाद यह अमृत स्नान हो रहा है। मौनी अमावस्या पर भगदड़ की घटना में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई थी तथा 60 लोग घायल हो गए थे।