भोपालः मध्य प्रदेश के सीधी में आदिवासी व्यक्ति पर कथित तौर पर पेशाब करने वाले आरोपी प्रवेश शुक्ला को कॉलर पकड़कर धकेलते हुए ले जाते पुलिसवालों का एक वीडियो सामने आया है। पुलिस की इस सख्ती को लोगों ने नाटकीय और डैमेज कंट्रोल करने वाला बताया है। गौरतलब है कि गिरफ्तारी के बाद प्रवेश शुक्ला अकड़ के साथ पुलिस स्टेशन में दाखिल होते हुए दिखा था जिसे लेकर पुलिस की काफी आलोचना हुई थी।
इस बीच एक और वीडियो सामने आया है जिसमें पुलिसवाले प्रवेश शुक्ला को कॉलर पकड़कर धकियाते हुए ले जाती दिख रही है। हालांकि पुलिस की इस सख्ती पर भी लोगों ने यह कहकर आलोचना कर रहे हैं कि यह नाटकीय और डैमेज कंट्रोल करने वाला है।
एक यूजर ने कहा कि लगता है काफी रीटेक के बाद ये सीन फिल्माया गया होगा! एक अन्य ने लिखा- पुलिस में गजब का टैलेंट है, एक से एक कलाकार आप बस एक्टिंग का आंनद उठाइये... बेहतरीन ऑस्कर मिलना चाहिए वीडियो में प्रवेश शुक्ला है, जो टशन में थाने पहुंचा था, जिसकी पीठ थपथपाई गई थी। अब डैमेज कंट्रोल हो रहा है।
गौरतलब है कि मंगलवार सामने आए एक वीडियो में प्रवेश शुक्ला आदिवासी व्यक्ति दशमत पवार पर पेशाब करते दिखा था। इस घटना ने काफी लोगों को आहत किया था। सोशल मीडिया पर आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की जाने लगी। वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने मामले का संज्ञान लेते हुए तुंरत कार्रवाई के आदेश दे दिए।
मुख्यमंत्री शिवराज ने गुरुवार पीड़ित आदिवासी दशमत से अपने आवास पर मुलाकात की और उनके पैर धोकर माफी मांगी। मुख्यमंत्री शिवराज ने पीड़िता आदिवासी के पैर धोने का वीडियो अपने ट्विटर खाते पर साझा किया है। शिवराज सिंह ने कहा कि किसी के साथ अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने लिखा- 'यह वीडियो मैं आपके साथ इसलिए साझा कर रहा हूँ कि सब समझ लें कि मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान है, तो जनता भगवान है। किसी के साथ भी अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।' मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के हर नागरिक का सम्मान मेरा सम्मान है। बता दें कि आरोपी प्रवेश शुक्ला की गिरफ्तारी के बाद बुधवार शाम आरोपी के एक घर पर बुलडोजर चला दिया गया।