पटना: भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने गुजराज में ओबीसी आरक्षण के संबंध में जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह द्वारा कही गई बातों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जदयू प्रमुख ललन सिंह गलत बात कर रहे हैं। जदयू प्रमुख ललन सिंह ने बीते दिनों राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा था कि गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी कलम से अपनी जाति को पिछड़ा वर्ग में शामिल किया था।
ललन सिंह ने कहा कि पीएम मोदी अब संघ के इशारे पर संवैधानिक आरक्षण को समाप्त करने की साजिश रच रहे हैं। इसके साथ ही ललन सिंह का यह आरोप भी लगाया कि भाजपा और संघ सरकारी नौकरियों सहित अन्य जगहों पर आरक्षण समाप्त करना चाहते हैं।
इसी मसले पर पलटवार करते हुए अब सुशील मोदी ने कहा है कि गुजरात में अन्य पिछड़ा वर्ग आरक्षण के बारे में ललन सिंह सफेद झूठ बोल रहे हैं। अगर उन्हें ओबीसी आरक्षण का इतना ख्याल है तो महागठबंधन में शामिल पड़ोसी राज्य झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बोलें कि वो अपने यहां होने वाले नगर निकाय के चुनाव ओबीसी आरक्षण के साथ करवाएं।
सुशील मोदी ने इस मामले में अपने ट्विटर हैंडल से एक वीडियो जारी करते हुए कहा, "गुजरात में ओबीसी आरक्षण पर गलतबयानी के लिए जदयू माफी मांगे, झारखंड में बिना ओबीसी आरक्षण के नगर निकाय चुनाव नीतीश रुकवाएं"
जदयू प्रमुख ललन सिंह को आड़े हाथों लेते हुए सुशील मोदी ने कहा कि जदयू प्रमुख ललन सिंह इस मामले में झूठा बयान दे रहे हैं कि गुजरात के गांधी नगर के नगर निकाय का चुनाव बिना ओबीसी आरक्षण के करवा दिया गया। गांधी नगर का चुनाव पिछले साल हुआ और उसे 10 फीसदी ओबीसी आरक्षण के साथ कराया गया था।
मोदी ने कहा कि ललन सिंह यह बात जान लें कि गुजरात सरकार ने फैसला किया है कि बिना ओबीसी आरक्षण के नगर निकाय का चुनाव नहीं कराया जाएगा और सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का अनुपालन करते हुए ओबीसी आरक्षण के लिए झावेरी आयोग का गठन किया गया है। आयोग की रिपोर्ट का इंतजार है और उसी के आधार पर ओबीसी आरक्षण देकर चुनाव करवाया जाएगा।
ललन सिंह यह भी जान लें कि गुजरात चुनाव आयोग ने कहा था कि बिना ओबीसी आरक्षण के नगर निकाय का चुनाव कराया जाए लेकिन गुजरात सरकार ने राज्य चुनाव आयोग के इस सुझाव को खारिज कर दिया था और पूरी प्रतिबद्धता के साथ कहा था कि चुनाव ओबीसी आरक्षण के साथ ही संपन्न कराये जाएंगे।
उन्होंने कहा कि अगर ललन सिंह को इतनी ही चिंता है तो पड़ोसी राज्य झारखंड में बिना ओबीसी आरक्षण के नगर निकाय के चुनाव हो रहे हैं और वहां पर महागठंबधन के सहयोगी हेमंत सोरेन की सरकार है। पहले जदयू वो चुनाव रुकवाये, उसके बाद इस मुद्दे पर बात करे।