अहमदाबाद: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने गुजरात में भाजपा के खिलाफ अपनी मुहिम में गुजरात की जनता से वादा किया कि अगर यहां भी चुनाव के बाद उनका सरकार बनती है तो दिल्ली की तरह यहां के वरिष्ठ नागरिकों को भी मुफ्त तीर्थ यात्रा करवाएंगे। गुजरात में अयोध्या के राम मंदिर का जिक्र करते हुए केजरीवाल ने कहा कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन रहा है, हमारी सरकार बनने के बाद दिल्ली की तरह यहां भी लोगों को हम रामलला के दर्शन करवाएंगे।
गुजरात में आप की रैली की संबोधित करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा, "दिल्ली में हम बुज़ुर्गों को निःशुल्क तीर्थ यात्रा कराते हैं, उनका आना-जाना, रहना-खाना सब फ़्री होता है। बहुत आशीर्वाद मिलता है। अयोध्या में भगवान श्री राम जी का भव्य मंदिर बन रहा है। गुजरात के लोगों को भी भगवान श्री राम जी के दर्शन कराएँगे, गुजरात में भी ये व्यवस्था लागू करेंगे।"
सीएम केजरीवाल का यह बयान बेहद दिलचस्प है क्योंकि एक तरफ तो वो गुजरात में सरकार बनने के बाद बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा कराने का वादा कर रहे हैं, वहीं उन्हीं के दिल्ली सरकार में मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने एक ऐसे कार्यक्रम में भाग लिया था, जहां मौजूद लोग हिंदू धर्म के बहिष्कार की शपथ ले रहे थे।
मामले में विपक्षी दल भाजपा ने हमलावर होते हुए इसे अरविंद केजरीवाल का दोहरा चरित्र बताया था। मंत्री राजेंद्र पाल गौतम का बयान इसलिए भी सीएम अरविंद केजरवील के लिए गले की फांस बन गया क्योंकि उन्होंने खुद को बुद्ध उपासक बताते हुए स्वयं को हिंदू धर्म से दूर रहने का बयान दिया है।
मंत्री राजेंद्र पाल गौतम के बयान पर केजरीवाल इसलिए फंसते नजर आ रहे हैं क्योंकि वो अक्सर कनॉट प्लेस के हनुमान मंदिर में मत्था टेकते हुए दिखाई देते हैं बावजूद उसके भाजपा ने गौतम के बयान पर केजरीवाल से रूख को स्पष्ट करने की मांग की थी।
उसी क्रम में सीएम केजरीवाल ने गुजरात में हिंदू तीर्थ यात्रा की बात छेड़ते हुए भाजपा को जवाब देने की कोशिश की है। वैसे मंत्री राजेंद्र पाल गौतम के संबंध में दिल्ली भाजपा के नेता कपिल मिश्रा और मनोज तिवारी ने दावा किया है कि मंत्री गौतम ने उस कार्यक्रम में शामिल होन से पहले सीएम अरविंद केजरीवाल से बाकायदा बात की थी।