कोलकाताः तृणमूल कांग्रेस सांसद और महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस उपराष्ट्रपति चुनाव से दूर रहेगी। टीएमसी के इस निर्णय से विपक्ष और शरद पवार को झटका लगा है। उप राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की साझा उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा हैं।
अभिषेक बनर्जी ने कहा कि उपराष्ट्रपति चुनाव में राजग के उम्मीदवार को समर्थन देने का सवाल ही नहीं है। तृणमूल कांग्रेस को जानकारी दिए बिना आपत्तिजनक तरीके से विपक्ष का प्रत्याशी तय किया गया। विपक्षी दलों ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए कांग्रेस की वरिष्ठ नेता मार्गरेट अल्वा को अपना साझा उम्मीदवार घोषित किया था। मुकाबला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ से है।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में अपना उम्मीदवार बनाया है। विपक्षी दलों ने रविवार को राजस्थान की पूर्व राज्यपाल मार्गरेट अल्वा को अपना संयुक्त उम्मीदवार बनाने का फैसला किया था।
तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव बनर्जी ने कहा, ‘‘राजग उम्मीदवार विशेषकर जगदीप धनखड़ को समर्थन देने का सवाल ही नहीं उठता। लेकिन पार्टी सांसदों के साथ आज की बैठक के बाद यह तय किया गया है कि हम उपराष्ट्रपति चुनाव से दूर रहेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम तृणमूल कांग्रेस को विश्वास में लिये बिना विपक्षी उम्मीदवार की घोषणा करने की प्रक्रिया से असहमत हैं। हमसे न तो कोई सलाह ली गई और न ही हमसे किसी बात पर चर्चा की गई। इसलिए हम विपक्ष के उम्मीदवार का समर्थन नहीं कर सकते।’’
अल्वा को मैदान में उतारने का फैसला राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार के आवास पर 17 विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक में लिया गया था। पवार ने दो घंटे की बैठक के बाद घोषणा करते हुए कहा, ‘‘हमने सर्वसम्मति से मार्गरेट अल्वा को उपराष्ट्रपति पद के लिए अपने संयुक्त उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारने का फैसला किया है।’’