वाल्मीकिनगरः बिहार विधानसभा चुनाव-2025 को लेकर सरगर्मी शुरू हो गई है। सभी सियासी दलों ने अपनी-अपनी जोर आजमाईश में जुट गई हैं। बिहार की कुल 243 विधानसभा क्षेत्रों में वाल्मीकीनगर विधानसभा क्षेत्र पहले नंबर पर आता है। यहीं से विधानसभा क्षेत्र की संख्या आरंभ होती है। जदयू के धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह वर्तमान विधायक हैं। यह निर्वाचन क्षेत्र राज्य के उत्तर-पश्चिम इलाके में अवस्थित गंड़क नदी से जुड़ा है। वाल्मीकिनगर क्षेत्र में सबसे बड़ी आबादी अनुसूचित जनजाति मतदाताओं की है। संसदीय और विधानसभा क्षेत्रों के परिसीमन आदेश के बाद 2010 में वाल्मीकीनगर विधानसभा क्षेत्र स्थापित किया गया था। 2010 से पहले, यह क्षेत्र धनहा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा था। वहीं, विधानसभा परिसीमन के बाद पहला चुनाव वर्ष 2010 में हुआ।
आजादी के बाद से 1952 में हुए पहले विधानसभा की शुरुआत मनेर विधानसभा से हुई थी। यह क्षेत्र वाल्मीकि नगर राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व के लिए प्रसिद्ध है, जो नेपाल की सीमा से सटा हुआ है। नए परिसिमन के अनुसार बगहा अनुमंडल के गंडक पार के चार प्रखंडों क्रमश: मधुबनी, पिपरासी, ठकराहां व भितहां के साथ बगहा दो प्रखंड की दर्जन भर पंचायतें इस विस क्षेत्र के अंतर्गत आती हैं।
वर्ष 2010 के पहले चुनाव में जदयू के राजेश सिंह ने राजद के मुकेश कुमार को बड़े अंतर से पराजित किया था। इसके बाद वर्ष 2015 में हुए विधानसभा चुनाव के ठीक पूर्व एनडीए गठबंधन में दरार पड़ी तो इस सीट से भाजपा के सहयोगी रालोसपा ने सुरेंद्र प्रसाद कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया। जबकि महागठबंधन से कांग्रेस ने मो. इरशाद हुसैन को टिकट दिया।
इस बीच भाजपा के जिला उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप उर्फ रिंकू सिंह ने बागी तेवर अख्तियार किया और निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर गए। मतदाताओं ने उनपर भरोसा किया धीरेंद्र प्रताप विजयी घोषित हुए। 2020 में धीरेंद्र प्रताप जदयू के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे थे। जबकि पूर्व विधायक राजेश सिंह कांग्रेस के टिकट पर ताल ठोका था।
अब तक का इतिहास यह बताता है कि थारू मतदाताओं ने जिस प्रत्याशी के पक्ष में मतदान का फैसला लिया, उसे विजय मिली है। वाल्मीकिनगर विधानसभा क्षेत्र के गंडक पार के चारों प्रखंडों में बरसात अवधि तक लोग बांधों पर शरण लेकर रहते हैं। बाढ़ की समस्या के निदान के लिए स्थायी उपाय की दरकार है। उच्च शिक्षा के लिए युवाओं को सीमावर्ती उत्तर प्रदेश का रुख करना पड़ता है।
यहां उच्च शिक्षण संस्थान की स्थापना की मांग दशकों से उठ रही। वाल्मीकिनगर विधानसभा क्षेत्र का विस्तार वाल्मीकिनगर विधानसभा क्षेत्र, वाल्मीकिनगर लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है। इस निर्वाचन क्षेत्र में पिपरासी, मधुबनी, ठकराहा और भीतहा प्रखंड के साथ ही सिधवा प्रखंड की वाल्मीकीनगर, लक्ष्मीपुर, रमपुरवा, संतपुर, सोहरिया, चंपापुर, गोनौली, नौरंगिया दरदरी, महुअवा, कटहरवा, हरनाटांड, बलुआ, छत्रौल, देवरिया, तरुअनवा भड़छी, बेलहवा, मदनपुर, बकुली पंचगावा, विनवलिया बोधसर, नया गांव, रामपुर, मंगलपुर औसानी, बोरवल नरवल, समेमरा, कटकुईया, यमुनापुर टडवलिया, जिमरी नौतनवा और ढोलबाजवा लक्ष्मीपुर ग्राम पंचायत शामिल हैं। बूथों की संख्या वाल्मीकीनगर विधानसभा क्षेत्र में कुल 358 बूथ है।
इस विधानसभा की सभी बूथ ग्रामीण क्षेत्र में है। इसमें कोई भी शहरी क्षेत्र शामिल नहीं है। इसके कारण एक भी शहरी क्षेत्र में बूथ नहीं हैं। मतदाताओं की संख्या मतदाता सूची 2024 के अनुसार वाल्मीकीनगर विधानसभा क्षेत्र में कुल तीन लाख 45 हजार 890 मतदाता हैं।
इसमें एक लाख 83 हजार 951 पुरुष मतदाता तो एक लाख 61 हजार 918 महिला मतदाता है। इस विधानसभा क्षेत्र में 21 वोटर थर्ड जेंडर वाले हैं। पिछले धीरेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह जदयू ने 74,906 मतों से जीते थे। जबकि कांग्रेस के टिकट पर मैदान में उतरे राजेश सिंह को 53,321 मतों से ही संतोष करना पड़ा था।