लखनऊः उत्तर प्रदेश में परिवहन निगम (रोडवेज) की 13 हजार से अधिक बसों में हर दिन करीब 14 लाख लोग यात्रा करते हैं. इन यात्रियों में आठ श्रेणियों के यात्री ऐसे भी हैं जिन्हे परिवहन निगम की बसों में फ्री यात्रा की सुविधा दी जाती है. वर्षों से चल रही इस व्यवस्था के तहत सांसद, विधायक, एमएलसी, यूपी विधायक और पूर्व एमएलसी, दिव्यांग, पुरस्कार प्राप्त अध्यापक, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, लोकतंत्र सेनानी और मान्यता प्राप्त पत्रकार रोडवेज की बसों में फ्री यात्रा करते हैं. इन फ्री यात्रा करने वाले यात्रियों के टिकट की धनराशि रोडवेज संबंधित विभागों से वसूलता है.
इसके अलावा चुनाव ड्यूटी में पुलिसकर्मियों को परिवहन निगम की बसों से भेजे जाने में हुए खर्च की बड़ी रकम भी पुलिस महकमे से विभाग को वसूलनी हैं. कुल मिलाकर सरकार के विभिन्न विभागों पर परिवहन निगम का करीब 195 करोड़ रुपए का बकाया हो गया है. यह धनराशि प्राप्त करने के लिए परिवहन निगम ने विभिन्न विभागों को पत्र लिखा है. परिवहन विभाग के जीएम एमआईएस अमरनाथ सहाय का कहना है कि जल्दी ही सूबे के विभिन्न विभाग से बकाया धनराशि प्राप्त हो जाएगी.
अधिकारियों का कहना है
अमरनाथ के अनुसार, प्रदेश के सरकारी विभागों पर परिवहन निगम का जो करीब 200 करोड़ रुपए बकाया है, इसमें सर्वाधिक बकाया पुलिस विभाग पर है. यह बकाया 194 करोड़ 33 लाख रुपए है. इसमें पुलिस भर्ती में सेलेक्ट हुए 45 हजार अभ्यर्थियों को भर्ती का प्रमाण पत्र देने के लिए लखनऊ में समारोह में लाने और फिर उन्हें वापस उनके जिलों में ले जाने के लिए हुआ 67 करोड़ रुपए का खर्च भी है.
इसके अलावा दिल्ली विधानसभा चुनाव में पुलिस बल को भेजने के 99 लाख रुपए तथा बीते विधानसभा चुनावों में केंद्रीय वालों और पुलिस के जवानों को बस से एक जिले से दूसरे जिले में ले जाने में हुआ खर्च भी शामिल है. पुलिस पर बकाया 194 करोड़ 33 लाख रुपए में से परिवहन निगम ने 131 करोड़ रुपए के भुगतान का प्रस्ताव पुलिस विभाग को भेजा है.
जिसे पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कार्यालय में गृह विभाग को भेज दिया है. इसी प्रकार रोडवेज बसों से फ्री यात्रा करने वाले आठ श्रेणियों के यात्रियों द्वारा की गई यात्रा को लेकर 4,51,15,655 रुपए विभिन्न विभागों (शिक्षा, दिव्यांग, राजनीतिक पेंशन और सूचना विभाग) आदि से प्राप्त की जानी है. इस बकाया धनराशि को पाने के लिए भी परिवहन विभाग ने लिखापढ़ी की है.
अधिकारियों का कहना है कि यूपी में हर साल करीब 55 करोड़ लोग परिवहन निगम की बसों से यात्रा करते हैं. इन लोगों की यात्रा के दौरान बस अड्डों और बसों में बेहतर सुविधाओं को मुहैया करने में सूबे के विभिन्न विभागों के ऊपर बकाया धनराशि के मिल जाने से बस अड्डों की दशा सुधारने के कार्य तेज किया जा सकेगा. जिसके चलते यात्री सुविधाओं में वृद्धि की जा सकेगी. इसके अलावा नई बसों की खरीद भी तेज की जा सकेगी.
यात्राओं का है बकाया:
दिव्यांग : 3,15,90,456 रुपए
लोकतंत्र सेनानी : 10,98,935 रुपए
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी : 27,336 रुपए
मान्यता प्राप्त पत्रकार : 90,31,873 रुपए
पुरस्कार प्राप्त अध्यापक : 22,1,910 रुपए
राज्यसभा/लोकसभा सदस्य : 11,55,145 रुपए