लखनऊ, 29 मार्च। गवर्नर राम नाईक की सिफारिश के बाद सरकार सभी दस्तावेजों में सविंधान निर्माता भीम राव आंबेडकर के नाम के साथ 'रामजी' जोड़ेगी। दरअसल बीते दिनों उत्तर प्रदेश के गवर्नर राम नाईक ने बाबा साहब के मिडिल नाम को जोड़ने के लिए योगी सरकार अनुशंसा की थी। इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने फैसला किया है कि वह सभी सरकारी दस्तावेजों में डॉक्टर भीमराव आंबेडकर का नाम अब डॉक्टर भीम राव रामजी आंबेडकर लिखेगी।
इस मामले में सामान्य प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव जीतेन्द्र कुमार ने कहा कि, राज्यपाल राम नाईक ने इससे पहले सरकार को कहा था कि उनका नाम गलत लिखा जा रहा है। संविधान की आठवीं अनुसूची की मूल प्रति का जिक्र करते हुए राज्यपाल योगी सरकार से अनुशंसा की कि बाबा साहेब ने अपना नाम डॉ भीमराव रामजी आंबेडकर लिखा है। लिहाजा इसे सही किया जाए। इसे देखते हुए ही अभिलेखों में उनका पूरा नाम लिखने का निर्देश दिया गया है।
बता दें कि बीते साल बाबा साहब की जयंती के मौके पर राज्यपाल नाईक ने गलत लिखे जाने पर नाराजगी जताते हुए कहा था कि किसी भी व्यक्ति का नाम उसी तरह लिखा जाना चाहिए जिस प्रकार से वह स्वयं लिखता हो।
इसके बाद उन्होंने कहा था, इस दृष्टि से भारत के संविधान की मूल हिन्दी प्रति के पृष्ठ 254 पर किए गए हस्ताक्षर (भीमराव रामजी आंबेडकर) के अनुसार, बाबा साहब का नाम डॉक्टर ‘भीमराव आंबेडकर’ लिखा जाना उचित होगा न कि डॉक्टर ‘भीम राव अम्बेडकर’।