‘जनता कर्फ्यू’ की अवहेलना बर्दाश्त नहीं करेगा उत्तर प्रदेश प्रशासन
By शीलेष शर्मा | Published: March 21, 2020 07:45 AM2020-03-21T07:45:33+5:302020-03-21T07:45:50+5:30
एक वरिष्ठ अधिकारी ने अनौपचारिक बातचीत में इस बात के संकेत दिये कि जो लोग जनता कर्फ्यू के दौरान सड़कों पर निकलने की कोशिश करेंगे, स्थानीय प्रशासन पहले उन्हें समझाने बुझाने की कोशिश करेगा और उसके बावजूद यदि वे उसकी अवहेलना करते है तो पुलिस और शहर भर में तैनात दूसरे प्रशासनिक अधिकारी कड़ाई बरतेगें ताकि ‘जनता कर्फ्यू’ को पूरी तरह सफल बनाया जा सके.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रविवार को घोषित किये गए ‘जनता कर्फ्यू’ को लागू कराने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने अघोषित तौर पर कमर कस ली है. उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार प्रदेशभर के जिलों में पुलिस अधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों को अनौपचारिक तौर पर कहा गया है कि वे पूरी ताकत लगाकर लोगों को सड़कों पर आने से रोकें.
राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा में स्थानीय प्रशासन विभिन्न सेक्टरों की आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों से मिलकर इस बात को सुनिश्चित कर रहा है कि सेक्टर के लोग घरों से बाहर न निकलें. इसी के साथ-साथ औद्योगिक इकाइयों, व्यापारी संगठनों को भी पुलिस ने विश्वास में लेने की कवायत शुरू कर दी है ताकि पूरे शहर में बाजार पूरी तरह से बंद रखे जा सकें.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने अनौपचारिक बातचीत में इस बात के संकेत दिये कि जो लोग जनता कर्फ्यू के दौरान सड़कों पर निकलने की कोशिश करेंगे, स्थानीय प्रशासन पहले उन्हें समझाने बुझाने की कोशिश करेगा और उसके बावजूद यदि वे उसकी अवहेलना करते है तो पुलिस और शहर भर में तैनात दूसरे प्रशासनिक अधिकारी कड़ाई बरतेगें ताकि ‘जनता कर्फ्यू’ को पूरी तरह सफल बनाया जा सके.
इससे पहले राज्य सरकार ने अधिसूचना जारी कर मॉल, होटल, रेस्टोरेंट, सहित दूसरे ऐसे सभी संस्थानों को बंद कर दिया है जहां भीड़ एकत्रित हो सकती है.