बीजेपी नेताओं द्वारा भगवान हनुमान की जाति को लेकर दिए जा रहे विवादों बयानों का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। शुक्रवार को यूपी की बीजेपी सरकार में मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने कहा कि हनुमान जी को जाट होना चाहिए। इससे पहले यूपी से बीजेपी विधायक बुक्कल नवाब हनुमान जी के मुसलमान होने का दावा कर चुके हैं। उससे पहले राजस्थान विधान सभा चुनाव के दौरान यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भगवान हनुमान को दलित बताया था।
चौधरी लक्ष्मी नारायण ने कहा, "मेरे ख्याल से हनुमानजी जी जाट थे क्योंकि जाटों की तरह वो किसी को मुसीबत में देखकर उस आदमी या मुद्दे को जाने बिना उसकी मदद के लिए कूद पड़ते थे।"
इससे पहले बीजेपी विधायक बुक्कल नवाब ने कहा था कि न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा, "हमारा मानना है, हनुमान जी मुसलमान थे, इसलिए मुसलमानों में जो नाम रखे जाते हैं - रहमान, रमजान, फरमान, जीशान, कुर्बान - जितने भी नाम रखे जाते है, वे करीब-करीब उन्हीं पर रखे जाते हैं।"
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान हनुमान को दलित और वंचित बताया था। योगी आदित्यनाथ ने कहा- 'बजरंग बली ऐसे लोकदेवता हैं जो स्वयं वनवासी हैं, गिरवासी हैं दलित हैं वंचित हैं।'
इस बात को लेकर सीएम योगी को नोटिस भी भेजा गया है। यूपी के एक संगठन सर्व ब्राह्मण समाज ने तो इस पर योगी को नोटिस भेजकर माफी मांगने को कहा है। समाज का कहना है कि बजरंग बली न तो दलित हैं, न वंचित और न ही लोकदेवता।
यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ और अन्य बीजेपी नेताओं के हनुमान जी से जुड़े बयानों पर चुटकी लेते हुए कहा था कि बीजेपी नेताओं को अन्य देवताओं की भी जाति बता देने चाहिए।