UP: कई शहरों में जमीन बेचना ओपी श्रीवास्तव पर भारी पड़ा, ईडी ने की कार्रवाई
By राजेंद्र कुमार | Updated: November 23, 2025 18:05 IST2025-11-23T18:05:12+5:302025-11-23T18:05:12+5:30
फिलहाल ओपी श्रीवास्तव की गिरफ्तारी होने के बाद से सहारा समूह से जुड़े उनके करीबी तमाम सीनियर अधिकारी अंडरग्राउंड हो गए हैं. जल्दी ही ईडी सहारा हाउसिंग और सहारा फाइनेंस के कई बड़े अफसरों को नोटिस भेज के उन्हे पूछताछ के लिए बुलाएगी.

UP: कई शहरों में जमीन बेचना ओपी श्रीवास्तव पर भारी पड़ा, ईडी ने की कार्रवाई
लखनऊ: सहारा इंडिया समूह की लखनऊ और भोपाल की कुछ ज़मीनों को गुपचुप तरीके से बेचने कंपनी के उप प्रबंध निदेशक ओपी श्रीवास्तव को भारी पड़ा है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कोलकाता इकाई ने ओपी श्रीवास्तव को सहारा समूह की ज़मीनों को गैरकानूनी तरीके से बेचने और मनी लांड्रिंग के मामले में गत दिनों गिरफ्तार किया है. अब जल्दी ही ईडी कस्टडी रिमांड पर ओपी ओपी श्रीवास्तव को लेकर उनसे हजारों करोड रुपए की धोखाधड़ी से जुड़ी अन्य जानकरियां और बेनामी सम्पत्तियों का भी ब्यौरा जुताएंगी. फिलहाल ओपी श्रीवास्तव की गिरफ्तारी होने के बाद से सहारा समूह से जुड़े उनके करीबी तमाम सीनियर अधिकारी अंडरग्राउंड हो गए हैं. जल्दी ही ईडी सहारा हाउसिंग और सहारा फाइनेंस के कई बड़े अफसरों को नोटिस भेज के उन्हे पूछताछ के लिए बुलाएगी.
सुब्रत राय के साथ सहारा इंडिया समूह के संस्थापक सदस्य रहे ओपी श्रीवास्तव की हैसियत सहारा में दूसरे नंबर पर आंकी जाती थी. सहारा कंपनी के हर फैसले में उनकी भूमिका रहती थी. उनके ही सुझाव पर सुब्रत राय ने सहारा हाउसिंग की शुरुआत ही थी. सहारा क्यू को भी उनके प्लान के तहत शुरू किया गया था. सहारा पर जब संकट शुरू हुआ तब ओपी श्रीवास्तव ने सहारा प्रमुख सुब्रत राय का खुलकर साथ दिया. परंतु सुब्रत राय के निधन पर समूह के संचालकों के बीच कलह बढ़ती होने पर ओपी श्रीवास्तव ने समूह से दूरी बना ली और एक बड़ी कंपनी के साथ जुड़कार अलग कारोबार शुरू कार दिया था.
बताया जा रहा कि ईडी की नजर में ओपी श्रीवास्तव कुछ बेनामी सम्पत्तियों को बेचे जाने के चलते आए. हुआ यह था कि ईडी को कुछ माह पहले एक शिकायत मिली. इसमें यह बताया गया था कि सहारा समूह की लखनऊ, भोपाल, झारखंड तथा पटना में बेनामी जमीने बेची गई हैं. यह बेनामी ज़मीनें निवेशकों की रकम से सहारा समूह ने खरीदी थी. बाद में जब कंपनी की मुसीबत बढ़ने लगी इन जमीनों की चुपचाप बिक्री की जाने लगी. इसमें लखनऊ और भोपाल में ऐसी की कई ज़मीनों को जितेंद्र प्रसाद वर्मा के जरिए बेचा गया.
इन सभी सौदों में ओपी श्रीवास्तव की भूमिका बताई गई तो ईडी ने तीन माह पूर्व ओपी श्रीवास्तव के महानगर स्थिति घर पर रेड की. उनके आवास से ईडी को मनी लाड्र्निग से संबन्धित दस्तावेज़ मिले. इसके बाद उन्हे पूछताछ के लिए बुलाया गया और उन्हे गिरफ्तार कर लिया गया. इसी के अफसरों के अनुसार, जल्दी ही इस मामले में सहारा समूह के कई अन्य पदाधिकारियों को भी गिरफ्तार करने की तैयारी की जा सकती है. सहारा समूह के तमाम सीनियर लोगों को भी इसका आशंका है, जिस कारण से फिलहाल सहारा समूह में हाउसिंग और फाइनेंस के तमाम सीनियर अफसर अंडरग्राउंड हो गए हैं.
लखनऊ में दर्ज है ओपी के खिलाफ एफआईआर :
सहारा इंडिया समूह के उप प्रबंध निदेशक रहे ओपी श्रीवास्तव के खिलाफ लखनऊ के अलीगंज और मड़ियांव पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज है. कोलकाता के संतोषपुर स्थिति शिल्पी अपार्टमेंट निवासी अरिंदम बनर्जी ने अलीगंज थाने में गत 26 मई को रिपोर्ट दर्ज कराई थी. जबकि गत 9 अप्रैल को महानगर लखनऊ में रहने वाले आर के अग्रवाल ने मड़ियांव थाने में उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी. इस मामले की जानकारी भी अब लखनऊ पुलिस ईडी को देगी.