नई दिल्ली: निर्वाचन आयोग ने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय पर अगले 24 घंटे के लिए चुनाव प्रचार करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। राय ने प्रधानमंत्री और राज्य के मुख्यमंत्री के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी की थी जिसके चलते आयोग ने शुक्रवार को पाबंदी लगाई।
आयोग ने कहा कि राय ने आचार संहिता का उल्लंघन किया जिसके लिए शनिवार सुबह आठ बजे से उन पर चुनाव प्रचार करने पर पाबंदी होगी। राय वाराणसी की पिंडरा विधानसभस सीट से प्रत्याशी हैं। इसी मामले में इससे पहले राय पर राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया था।
उन्होंने जनवरी में फेसबुक के जरिये आपत्तिजनक टिप्पणी की थी जिसके बाद आयोग ने उन्हें नोटिस दिया था। आयोग उनके जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ। इस संबंध में उनके खिलाफ एक प्राथमिकी भी दर्ज है।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि 26 फरवरी की सुबह आठ बजे से अगले 24 घंटे के लिए यह प्रतिबंध लागू रहेगा। सभी प्रकार के कार्यक्रम, आयोजन और अनुमति तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दी गई हैं।
उन्हें निर्देश भी दिया गया है कि भारत निर्वाचन आयोग के आदेश का अक्षरश: पालन सुनिश्चित करें। इस दौरान निर्वाचन आयोग के आदेश की अवहेलना का कोई तथ्य संज्ञान में आता है तो निर्वाचन आयोग को सूचित किया जाएगा।
कौन हैं अजय राय:
भूमिहार समुदाय से आने वाले राय की इलाके के ब्राह्मण और भूमिहार समुदाय में अच्छी पकड़ है। उन्होंने अपना राजनीतिक जीवन भाजपा से शुरू किया था और वाराणसी से तीन बार भाजपा से विधायक बने थे।
साल 2009 में उन्होंने भाजपा छोड़ दी थी और सपा के टिकट पर भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी के सामने लोकसभा चुनाव लड़ा था जिसमें वह तीसरे स्थान पर आए थे।उसी साल उन्होंने कोलासला से निर्दलीय विधानसभा चुनाव लड़ा था और जीत गए थे।
साल 2012 में दिग्विजय सिंह के कहने पर वह कांग्रेस में शामिल हो गए और विधानसभा क्षेत्रों के परिसीमन के बाद राय ने 2012 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर जीता था। हालांकि, 2017 में अजय राय पिंडरा से विधानसभा चुनाव में तीसरे स्थान पर रहे थे। भाजपा के अवधेश सिंह ने चुनाव जीता था।