बीते 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले का नासूर कभी न खत्म होने वाले दर्द दे गया। सीआरपीएफ में शामिल 40 से ज्यादा माओं के बेटे आतंकी हमले में शहीद हो गए थे। उस आतंकी हमले को हुए तीन महीने होने को है लेकिन आज भी उसकी याद से जेहन चुभता है।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराग के मशहूर होटल मिलन ने शहीदों की शहादत को हमेशा याद रखने के लिए एक बड़ा और महत्वपूर्ण फैसला लिया। होटल ने पाकिस्तानी नागरिकों की एंट्री बैन की है। होटल के मैनेजर ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, ''पुलवामा हमले के बाद हमने एक नोटिस लगाया था। यहां कोई पाकिस्तानी नागरिक नहीं आया है लेकिन अगर वे आते हैं तो हम उनको कमरे नहीं देंगे। हम जिस तरह से विरोध कर सकते हैं, कर रहे हैं।''
बता दें कि वैलेंटाइन डे पर हुए आतंकी हमले में आतंकियों ने विस्फोटक से भरी एक गाड़ी सीआरपीएफ के एक वाहन से भिड़ा दी थी, जिसकी वजह से हुए भयंकर धमाके में जवान शहीद हो गए थे। आतंकी हमले की जिम्मेदारी पाक समर्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी।
हमले में पाकिस्तान की धरती से चल रहे आतंकी संगठन का हाथ होने के पुख्ता सबूत भारत ने पड़ोसी मुल्क को भी सौंपे थे और इसी के साथ विश्व बिरादरी को भी अवगत कराया था। जवाब में भारतीय वायुसेना ने बीती 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक कर जैश के आतंकी कैंप को उड़ा दिया था। भारत सरकार की ओर से दावा किया गया था कि भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक में भारी संख्या में जैश के आतंकी मारे गए।