अगरतला, 16 अगस्त: भारतीय जनता पार्टी के 93 वर्षीय दिग्गज नेता और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है। वह जीवन रक्षक प्रणाली पर दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में भर्ती हैं। भारतीय जनता पार्टी के 93 वर्षीय दिग्गज नेता को गुर्दे में संक्रमण, मूत्र नली में संक्रमण, पेशाब की मात्रा कम और सीने में जकड़न की शिकायत के बाद 11 जून को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, दिल्ली (एम्स) में भर्ती कराया गया था।
इस बीच त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत रॉय ने ट्वीट कर पूर्व प्रधानमंत्री वायजेपी के निधन पर दुख जता दिया। हालांकि बाद में रॉय को अपनी गलती का अहसास हुआ और उन्होंने ट्वीट फौरन डिलीट कर माफी मांगी।
तथागत रॉय ने अटलजी को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया, 'भारत के पूर्व प्रधानमंत्री, बेहतरीन वक्ता और छह दशकों तक भारतीय राजनीति के चमकते सितारे रहे, डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के निजी सचिव के रूप में अपनी शुरुआत करने वाले, बेहद बुद्धिमान, विनम्र अटल बिहार वाजपेयी का निधन हो गया। ओम शांति।'
राज्यपाल रॉय को अपनी गलती का अहसास होते ही ट्वीट डिलीट कर दी। माफी मांगेत हुए उन्होंने दोबारा ट्वीट किया, 'मुझे माफ करें। मैंने टीवी रिपोर्ट के आधार पर ट्वीट कर दिया था। मैंने उसे असली मान लिया। अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। मैंने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया है। एक बार फिर माफ करें।'
बता दें कि एम्स की ओर से आज जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, ''पूर्व प्रधानमंत्री की हालत वैसी ही बनी हुई है। उनकी हालत नाजुक है और वह जीवन रक्षक प्रणाली पर हैं।'' अस्पताल ने बुधवार एक बयान में कहा, दुर्भाग्यवश, उनकी हालत बिगड़ गई है। उनकी हालत गंभीर है और उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया है।"
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बुधवार शाम और गुरुवार दोपहर वाजपेयी का हालचाल जानने के लिए एम्स गये थे। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू गुरुवार सुबह पूर्व प्रधानमंत्री का हालचाल जानने के लिए अस्पताल पहुंचे। भाजपा के अनुभवी नेता और वाजपेयी के करीबी रहे लाल कृष्ण आडवाणी भी उनका कुशलक्षेम जानने एम्स पहुंचे। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा एम्स में मौजूद हैं, जबकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर के भी शीघ्र ही एम्स पहुंचने की संभावना है।
(भाषा इनपुट)