नई दिल्ली: अभिनेत्री से तृणमूल सांसद बनीं मिमी चक्रवर्ती और नुसरत जहां ने बिलकिस बानो बलात्कार मामले के 11 दोषियों की रिहाई पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। पीएम मोदी के स्वतंत्रता दिवस के भाषण पर सवाल उठाते हुए तृणमूल सांसद ने कहा कि घटना पर उनकी प्रतिक्रिया एक महिला के रूप में है और वह 'टूट गई' हैं। सांसद नुसरत जहां ने कहा कि महिलाएं अब भी अन्याय के खत्म होने का इंतजार कर रही हैं।
वहीं, मिमी चक्रवर्ती ने ट्वीट करते हुए लिखा, "उसके साथ सामूहिक बलात्कार के दोषी 11 लोगों को किस आधार पर रिहा किया गया? 15 अगस्त का भाषण किस बारे में था? आपने कहा महिलाओं का सम्मान करना सही? यह आज सिर्फ एक महिला बोल रही है और मैं गुस्से में हूं और टूट गई हूं। हर घर पर तिरंगा तो लहरा लिया पर आजादी मिली क्या? 75 साल बाद भी? पूछो अपने आपसे।"
बता दें कि बिलकिस बानो मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे 11 दोषियों को 15 अगस्त को गोधरा उप-कारागार से रिहा कर दिया गया था। गुजरात सरकार ने अपनी माफी नीति के तहत इन लोगों की रिहाई की मंजूरी दी थी। मुंबई में सीबीआई की एक विशेष अदालत ने 11 दोषियों को बिलकिस बानो के साथ सामूहिक बलात्कार और उनके परिवार के सात सदस्यों की हत्या करने के जुर्म में 21 जनवरी 2008 को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। बाद में बंबई उच्च न्यायालय ने उनकी दोषसिद्धि को बरकरार रखा था।
बिलकिस बानो बलात्कार मामले को लेकर तृणमूल सांसद नुसरत जहां ने ट्वीट करते हुए लिखा, "अन्याय खत्म होने का इंतजार है। मैं इंतजार कर रही हूं। वह प्रतीक्षा कर रही है। न्याय सत्यनिष्ठा और सच्चाई का प्रतिनिधित्व करता है, और सच्चाई यह है कि...सामूहिक बलात्कार और हत्या के दोषी 11 लोगों के साथ रिहाई के बाद मिठाई का व्यवहार किया जा रहा है।"