कोलकाता: आंशिक सूर्य ग्रहण के 15 दिन बाद अब चंद्र ग्रहण भी लगने जा रहा है जिसे भारत में भी देखा जा सकेगा। पूर्ण चंद्र ग्रहण 8 नवंबर को लगेगा। इससे पहले दिवाली के ठीक अगले दिन 25 नवंबर को आंशिक सूर्य ग्रहण लगा था। सूर्य ग्रहण अमावस्या के दिन लगता है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है और जब तीनों आकाशीय पिंड एक रेखा में आ जाते हैं। आंशिक सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य को आंशिक रूप से ढक लेता है।
चंद्र ग्रहण कहां-कहां देखा जा सकेगा
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार खगोल भौतिक विज्ञानी देबी प्रसाद दुआरी ने बताया कि भारत और पड़ोसी देश पाकिस्तान के अलावा अफगानिस्तान और रूस के कुछ हिस्सों में भी चंद्र ग्रहण दिखाई देगा। इसके अलावा एशिया के कुछ अन्य देशों, उत्तरी और दक्षिण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी अटलांटिक महासागर, प्रशांत महासागर के अन्य हिस्सों के निवासी भी आकाशीय घटना को देख सकेंगे।
दुआरी ने कहा कि चंद्र ग्रहण पूरी तरह से हर जगह से नहीं देखा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि ग्रहण के आंशिक चरण की शुरुआत लैटिन अमेरिका के कुछ देशों में देखी जा सकेगी। चंद्र ग्रहण की शुरुआत लगभग 14:39 बजे (भारतीय समय के अनुसार) से होगी और लगभग 15:46 बजे (दोपहर 03.46) ग्रहण अपने पूर्ण चरण में पहुंच जाएगा। ये अधिकतम 16:29 बजे तक रहेगा। जब चंद्रमा पूरी तरह से पृथ्वी की छाया में होगा।
पूर्ण ग्रहण का चरण शाम करीब 5.11 (17.11) बजे खत्म होगा और फिर धीरे-धीरे शाम 6.19 (18.19) बजे ग्रहण पूरी तरह खत्म हो जाएगा।
भारत के ज्यादातर हिस्सों में दिखेगा ग्रहण का आखिरी चरण
ग्रहण चंद्रोदय के समय से भारत के सभी हिस्सों से दिखाई देगा, लेकिन प्रारंभिक आंशिक चरण और पूर्ण चरण भारत के ज्यादातर हिस्सों में दिखाई नहीं देंगे। दरअसल इस समय सूर्य की चमकदार रोशनी रहेगी। हालांकि, कोलकाता सहित पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में पूर्ण चंद्रग्रहण का अनुभव किया जा सकेगा, जबकि देश के बाकी के ज्यादातर हिस्सों में लोग केवल ग्रहण के आखिरी चरण को देख पाएंगे जो लगभग 18:19 बजे समाप्त होगा।