कोलकाता: जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की 8 जुलाई को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या से पूरी दुनिया सन्न रह गई। अब इस दुखद हत्या पर भारत में एक अलग तरह की सियासत शुरू हो गई है। पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के मुखपत्र 'जागो बांग्ला' में पहले पन्ने पर प्रकाशित एक लेख में इस हत्या को भारतीय सेना की नई भर्ती योजना अग्निपथ से जोड़कर केंद्र सरकार पर निशाना साधा गया है। जागो बांग्ला के पहले पन्ने पर छपे लेख में अग्निपथ योजना को शिंजो आबे की हत्या से जोड़ते हुए कहा गया है कि हत्यारा एक पूर्व जापानी सैनिक था जिसे पेंशन नहीं मिलती थी।
इससे पहले शुक्रवार को कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने भी पूर्व जापानी प्रधानमंत्री की हत्या को अग्निपथ योजना से जोड़ा था। अपने ट्वीट में सुरेंद्र राजपूत ने लिखा था कि, "शिंजो आबे को गोली मारने वाला यामागामीजापान की SDF यानी बिना पेंशन वाली सेना में काम कर चुका था।"
बता दें कि जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे की जापान के नारा शहर में तब हत्या कर दी गई जब वे एक चौक पर भाषण दे रहे थे। हत्यारे ने उनपर दो गोलियां चलाई। शिंजो आबे को तुरंत अस्पताल ले जाया गया लेकिन लाख कोशिशों के बाद भी उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
कौन है शिंजो आबे का हत्यारा
जापान के पूर्व प्रधानमंत्री को गोली मारने वाले व्यक्ति का नाम तेत्सुयू यामागामी है। उसकी उम्र 41 साल है। यामागामी जापान मेरिटाइम सेल्फ डिफेंस फोर्स (JMSDF) का पूर्व सदस्य है। इस फोर्स का काम जापान के समुद्री तटों की सुरक्षा करना है। सैन्य सेवा का सदस्य होने के कारण ही उसकी तुलना अग्निपथ योजना और अग्निवीरों से की जा रही है। बता दें कि घटना को तुरंत बाद यामागामी को पकड़ लिया गया। हालांकि अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि इस हत्या के पीछे उसका उद्देश्य क्या था।