अहमदाबाद: गुजरात के मोरबी में हुई पुल टूटने की घटना में 130 से ज्यादा लोगों की जान चली गई। सैकड़ों लोग घायल भी हैं। इस दुर्घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आ चुका है, जिसमें पुल में कई लोग चढ़े हुए हैं, जिसके बाद पुल टूट जाता है और लोग नदी में गिर जाते हैं। पुल के गिरने से बचे अश्विन मेहरा ने दावा किया है कि रविवार को पुल गिरने से पहले कुछ "शरारती बच्चे" पुल की रस्सियों को लात मार रहे थे।
मेहरा ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि यह हादसा शाम करीब 6.30 बजे हुआ। करीब 15-20 शरारती बच्चे पुल की रस्सियों को हिला रहे थे। इससे तीन बार आवाज आई और फिर यह गिर गया। जब मेहरा से पूछा गया कि वह कैसे बचे तो उन्होंने कहा, मैंने पास के पेड़ों की शाखाओं को पकड़ लिया और आखिरकार बच गया। मेरे साथ मेरा दोस्त प्रकाश था और वह भी बच गया। मेहता के पैर और पीठ में चोटें आई हैं। उसका मोरबी के सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
सभी घायलों को जीएमईआरएस जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस बीच, मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को मोरबी का दौरा करेंगे। केवड़िया में मौजूद मोदी ने कहा कि बचाव अभियान जारी है और बचाव एवं राहत प्रयासों में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी।
मोदी ने कहा, "गुजरात सरकार कल से राहत और बचाव अभियान चला रही है। केंद्र भी राज्य सरकार को हर संभव मदद कर रहा है।" मोदी ने कहा, "राज्य सरकार ने इस घटना की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है। मैं देश के लोगों को विश्वास दिलाता हूं कि बचाव और राहत कार्यों में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी।"
पीएम मोदी ने प्रत्येक मृतक के परिजनों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से 2 लाख रुपये और प्रत्येक घायल को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। जबकि गुजरात सरकार ने मृतकों के परिजनों को चार लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है।