हिन्दू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी हत्याकांड को लेकर उत्तर प्रदेश में राजनीति तेज हो गई है। सभी विपक्षी दलों ने सीएम योगी पर हमला बोल दिया है।
सोमवार को प्रदेश में 11 विधानसभा सीट पर उपचुनाव है। हत्याकांड पर योगी सरकार घिर गई है। इस बीच राजधानी लखनऊ में हिन्दू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी हत्याकांड मामले में गुजरात के सूरत जिले के निवासी तीन लोगों समेत कुल पांच लोगों को पूछताछ के लिये हिरासत में लिया गया है।
पुलिस सूत्रों ने शनिवार को यहां बताया कि शुक्रवार को हुई इस हत्या के सिलसिले में बिजनौर निवासी आरोपियों मुफ्ती नईम काजमी और मौलाना अनवारुल हक के साथ—साथ गुजरात में सूरत निवासियों फैजान यूनुस, मोहसिन शेख और राशिद अहमद को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
तिवारी की पत्नी ने मुफ्ती काजमी और अनवारुल हक पर हत्या का नामजद मामला दर्ज कराया है। लेकिन तिवारी की मां कुसुमा तिवारी का कहना है कि भाजपा के स्थानीय नेता शिव कुमार गुप्ता ने गांव में मंदिर की जमीन के विवाद को लेकर उनके बेटे की हत्या करायी है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर जमकर हमला बोला। अखिलेश ने कहा कि लखनऊ में एक हिंदू महासभा के नेता की हत्या कर दी गई, ऐसी और कितनी घटनाएं बतानी पड़ेंगी।
उन्होंने बताया, 'मृतक की मां कह रही है हमें समाजवादी सरकार में सुरक्षा मिली थी, आजम खान के जमाने में हमें गनर मिले थे लेकिन इस योगी सरकार ने हमें सुरक्षा नहीं दी और उसी का परिणाम है कि हमारे बेटे की हत्या हो गई।' उन्होंने कहा कि सरकार बीजेपी की है, पुलिस बीजेपी की है फिर भी हत्याएं नहीं रुक रहीं। अखिलेश ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'वो कहते हैं व्यवस्था करना चाहते हो तो ठोक दो, लेकिन किसी को नहीं पता कि किसे ठोकना है।'