नई दिल्ली:बजट 2024 में यूपी को लेकर कुछ भी घोषणा ना किए जाने से रामगोपाल यादव ने संसद सत्र में जाने से पहले कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने उत्तर प्रदेश को कुछ देना तो दूर, नाम तक नहीं लिया गया। इसके साथ उन्होंने कहा कि सिर्फ सरकार बचाना इनका मकसद, फंड भी आंध्र प्रदेश और बिहार को दिया, जबकि दूसरे राज्यों को किया इग्नोर किया जा रहा है।
हालांकि उनसे पहले बजट पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, "समर्थन मूल्य किसान को ना देकर गठबंधन के साथियों को दे रहे हैं। उत्तर प्रदेश को बड़े सपने दिखाए थे, क्या मिला उत्तर प्रदेश को? डबल इंजन की सरकार है तो डबल लाभ मिलना चाहिए था, दिल्ली का लाभ लखनऊ का लाभ लेकिन लगता है कि दिल्ली अब लखनऊ की ओर नहीं देख रही है। विकास बिहार जा रहा है तो उत्तर प्रदेश को क्यों छोड़ रहे हैं? बाढ़ अगर बिहार की रोकनी है तो नेपाल और उत्तर प्रदेश की बाढ़ रोके बिना आप बिहार की बाढ़ कैसे रोकेंगे? आप पहले उत्तर प्रदेश और नेपाल की बाढ़ रोके तो बिहार की बाढ़ अपने आप रुक जाएगी।"
इस क्रम में आज विपक्ष के लगभग सभी दलों ने संसद भवन के गेट पर तखती लिए विरोध प्रदर्शन किया। आरोप लगाया कि कुछ ही राज्यों की बजट में भागीदारी रही, बाकियों को इससे अलग किया गया। इस दौरान यूपीए प्रमुख सोनिया गांधी, राहुल गांधी, अखिलेश यादव समेत अन्य सांसद मौजूद रहे।