नई दिल्लीः भारत बनाम इंडिया को लेकर छिड़ी बहस के बीच राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि जिसे भारत से आपत्ति होगी वह हिंदुस्तानी नहीं है। राजद नेता ने विपक्षी गठबंधन के नाम I.N.D.I.A को लेकर पीएम मोदी के बयानों के हवाला देते हुए कहा कि पहले प्रधानमंत्री ने इंडियन मुजाहिदीन बोला, वह नहीं चला। इसके बाद ईस्ट इंडिया कंपनी बोला, वह भी नहीं चला। फिर घमंडिया जैसा शब्द इस्तेमाल किया।
मनोज झा ने कहा कि घमंडिया शब्दकोश तक में नहीं है, वह भी नहीं चला। यह निराशा आपको बहुत कमजोर, बेबस दिखा रहा है। मनोज झा ने कहा कि 'भारत' शब्द से कोई घबराहट नहीं है। हमारे नारे में भी 'जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया' है। और जिसे 'भारत' से आपत्ति होगी वह हिंदुस्तानी नहीं है।
मनोज झा ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के आरक्षण पर दिए बयान का भी जिक्र किया। भागवत द्वारा आरक्षण का समर्थन किए जाने के एक दिन बाद सांसद मनोज झा ने कहा कि भागवत को सरकार से जाति आधारित जनगणना की खातिर सहमत होने के लिए कहना चाहिए। गौरतलब है कि भागवत ने बुधवार को कहा था, ‘‘...आरक्षण तब तक जारी रहना चाहिए जब तक भेदभाव बना हुआ है। संविधान में प्रदत्त आरक्षण का हम संघवाले पूरा समर्थन करते हैं।’’
राजद नेता ने कहा, "वे गोलवलकर (पूर्व आरएसएस प्रमुख एमएस गोलवरकर) के अनुयायी हैं...लेकिन मुझे खुशी है कि उन्होंने कम से कम संविधान के अनुसार सोचना शुरू कर दिया है।" उन्होंने आरएसएस का जिक्र करते हुए कहा, "वे खुद को सामाजिक संगठन कहते हैं, लेकिन वे एक राजनीतिक संगठन हैं और वे सरकार चलाते हैं...आप जाति आधारित जनगणना पर चुप क्यों हैं?"
झा ने आगे कहा कि आरएसएस प्रमुख भागवत को सरकार से जाति आधारित जनगणना कराने के लिए कहना चाहिए। उन्होंने कहा, "सरकार से कहें कि वह जाति आधारित जनगणना के लिए सहमत हो। अन्यथा आपने जो कहा है वह सिर्फ खबरों में बने रहने के लिए जुबानी जमाखर्च है।" कांग्रेस, जनता दल (यू), राजद और समाजवादी पार्टी सहित कई विपक्षी दलों ने जाति आधारित जनगणना कराने का समर्थन किया है।