मुख्तार अंसारी को लेकर आ रहे काफिले का उप्र में प्रवेश, बांदा जेल पुलिस छावनी में तब्दील
By भाषा | Updated: April 6, 2021 22:04 IST2021-04-06T22:04:30+5:302021-04-06T22:04:30+5:30

मुख्तार अंसारी को लेकर आ रहे काफिले का उप्र में प्रवेश, बांदा जेल पुलिस छावनी में तब्दील
बांदा (उप्र), छह अप्रैल मऊ से बहुजन समाज पार्टी के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को पंजाब से बांदा लेकर आ रहा काफिला मंगलवार की शाम को उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश कर गया।
प्रयागराज जोन के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) प्रेम प्रकाश ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि ''मुख्तार अंसारी का काफिला मंगलवार की शाम करीब छह बजे बागपत में पेरिफेरल एक्सप्रेस वे से उत्तर प्रदेश में दाखिल हुआ।''
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मुख्तार अंसारी को पंजाब के रोपड़ से बांदा लाया जा रहा है, जिसके बुधवार सुबह तक बांदा पहुंचने की संभावना है और उन्हें जिला जेल के बैरक नंबर 15 में रखा जाएगा।
पंजाब की एक जेल से मुख्तार अंसारी की वापसी को लेकर बांदा की जेल को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि बांदा जेल प्रशासन की मांग पर जेल परिसर में अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है।
अधिकारी ने बताया कि माफिया सरगना मुख्तार अंसारी को सभी औपचारिकताएं पूरी कर पंजाब के रोपड़ जेल से आज दोपहर करीब दो बजे उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंपे जाने की सूचना मिली है और लगभग 900 किलोमीटर की दूरी तय कर उनके यहां (बांदा) बुधवार सुबह तक पहुंचने की संभावना है।
पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि मुख्तार अंसारी की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए शहर के होटलों और मकानों के किरायेदारों की भी छानबीन की जा रही है।
बांदा के प्रभारी जेलर प्रमोद तिवारी ने बताया “ मुख्तार अंसारी की जेल में वापसी को लेकर सुरक्षा के इंतजाम पूरे कर लिए गए है। जेल के बाहर और भीतर सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिए हैं। जेल की बैरक संख्या-15 (इसी बैरक में अंसारी को रखा जाना है) में रोशनी, पेयजल व्यवस्था और साफ सफाई पहले की दुरुस्त की जा चुकी है।”
उन्होंने बताया कि बैरक संख्या-15 में अन्य कैदियों की आवाजाही पर रोक लगा दी गयी है और बैरक के अंदर भी तीन सुरक्षाकर्मियों की तैनाती रहेगी।
तिवारी ने बताया कि अब तक खुला रहने वाला जेल परिसर का मुख्य द्वार बंद कर दिया गया है और तलाशी के बाद सिर्फ ड्यूटी पर आने वाले जेलकर्मियों को ही प्रवेश की अनुमति है।
वहीं, राजकीय मेडिकल कॉलेज, बांदा के प्राचार्य डॉ. मुकेश कुमार यादव ने बताया कि अंसारी के स्वास्थ्य को लेकर उच्चतम न्यायालय का आदेश उन्हें मिला है, जिसके अनुपालन में चार चिकित्सकों की एक सीमित गठित की गई है।
गौरतलब है कि सोमवार सुबह अत्याधुनिक हथियारों से लैस बांदा पुलिस का एक दल पंजाब की रोपड़ जिला जेल में बंद मुख्तार अंसारी को लेने रवाना हुआ था। इस दल में एक कंपनी पीएसी के अलावा करीब 80 पुलिस के जवान और अधिकारी शामिल हैं। इस दल का नेतृत्व प्रयागराज के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) प्रेमप्रकाश और चित्रकूटधाम रेंज बांदा के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) के. सत्यनारायण कर रहे हैं।
पंजाब के अपर पुलिस महानिदेशक (जेल) प्रवीण कुमार सिन्हा ने चंडीगढ़ में 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि अंसारी की हिरासत उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंप दी गई है।
अंसारी जबरन वसूली मामले में जनवरी 2019 से पंजाब की जेल में बंद थे। उत्तर प्रदेश पुलिस के जवान अंसारी को वापस लाने के लिए मंगलवार को रूपनगर जिले में पहुंचे।
उत्तर प्रदेश पुलिस के वाहन, एक एम्बुलेंस और एक वज्र दोपहर करीब 12 बजे रूपनगर जेल पहुंचे। रूपनगर जेल के बाहर पंजाब पुलिस द्वारा भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।
मुख्तार अंसारी के बड़े भाई और गाजीपुर से बहुजन समाज पार्टी के सांसद अफजाल अंसारी ने मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश की जेल में रखे जाने के दौरान कोई षड्यंत्र रचे जाने की आशंका जताई है ।
इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री और राज्य सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने सोमवार को आरोप लगाया था कि पंजाब सरकार ने हर संभव प्रयास किया कि मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश पुलिस के हवाले न किया जाए, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार के प्रयास के बाद उच्चतम न्यायालय ने अंसारी को उत्तर प्रदेश भेजने का आदेश दिया।
पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, ''योगी आदित्यनाथ की सरकार में किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा, माफिया को खत्म करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और राज्य में कानून-व्यवस्था कायम रहेगी।''
उन्होंने सपा, बसपा और कांग्रेस जैसे दलों पर मुख्तार अंसारी को बचाने का आरोप लगाया।
उल्लेखनीय है कि मुख्तार अंसारी एक मामले में पंजाब की रोपड़ जेल में बंद थे। अंसारी को लाने के लिए राज्य सरकार और पंजाब सरकार के बीच उच्चतम न्यायालय तक मामला चला। 26 मार्च को शीर्ष अदालत ने फैसला सुनाते हुए मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश भेजने का आदेश दिया था। न्यायालय ने पंजाब की जेल में बंद मुख्तार अंसारी को दो सप्ताह में उत्तर प्रदेश भेजने का निर्देश दिया था।
गौरतलब है कि इस बीच एंबुलेंस प्रकरण में भी मुख्तार अंसारी के खिलाफ बाराबंकी पुलिस ने एक मामला दर्ज कर लिया है।
बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने सोमवार को बताया था कि पंजाब की रोपड़ जेल में बंद मुख्तार अंसारी की एंबुलेंस (यूपी 41 एटी 7171) के पंजीकरण कूटरचित दस्तावेज एवं बिना वैध प्रमाण-पत्र के संचालन करने के संबंध में शहर कोतवाली में डॉ. अल्का राय के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
यमुना प्रसाद ने बताया कि मऊ गई टीम ने विवेचना के आधार पर जो जानकारी दी उसके अनुसार श्याम संजीवनी अस्पताल एवं रिसर्च सेंटर की डॉ अल्का राय, उनके सहयोगी डॉ. शेषनाथ राय, मुख्तार अंसारी, मुजाहिद, राजनाथ यादव व अन्य का नाम इस आपराधिक षड्यंत्र में कूटरचित दस्तावेज तैयार कराने में प्रकाश में आया है और इनके खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया गया है।
राजधानी लखनऊ में अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने सोमवार को कहा था कि हाल ही में बाराबंकी में पंजीकृत मुकदमे (एंबुलेंस प्रकरण) की विवेचना में मुख्तार अंसारी का नाम प्रकाश में आया है।
कुमार ने एक बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में अंसारी के खिलाफ 52 मामले दर्ज हैं और इनमें 15 में पड़ताल चल रही है।
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