लाइव न्यूज़ :

"जजों और वकीलों के आचरण से लोगों के मन में कानून के प्रति भरोसा पैदा होना चाहिए", चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा

By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: August 16, 2023 09:35 IST

भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि न्यायाधीशों और वकीलों को इस तरह से आचरण करना चाहिए ताकि लोगों के बीच देश में कानूनी प्रक्रिया की स्वतंत्रता और अखंडता में विश्वास पैदा हो सके।

Open in App
ठळक मुद्देमुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने न्यायाधीशों और वकीलों को लेकर की बड़ी टिप्पणी उन्होंने कहा कि जजों और वकीलों के आचरण से लोगों के मन में कानून के प्रति भरोसा पैदा होना चाहिएसीजेआई ने वकीलों से अपील की कि वह किसी भी शिकायत के संबंध में उनसे सीधे संपर्क कर सकते हैं

नई दिल्ली: भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने मंगलवार को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में वकीलों से अपील की कि वह किसी भी शिकायत के लिए उनसे किसी भी समय संपर्क कर सकते हैं।

चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने कार्यक्रम में कानूनी विशेषज्ञों को आश्वासन दिया कि वह सभी शिकयातों को व्यक्तिगत रूप से देखते हैं और उनके केवल वो शिकायतें ही नहीं होती हैं, जो सीधे उनसे की जाती है बल्कि वो उन शिकायतों को भी गंभीरता से लेते हैं, जो सुप्रीम कोर्ट के अन्य  जजों के पास की जाती हैं।

समाचार वेबसाइट इंडिया टुडे के अनुसार सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी जो शिकायती पत्र उन्हें संबोधित किया जाता है,  वो उनका भी निपटाया करते हैं।

मुख्य न्यायाधीश ने कहा, ''मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि हर दिन, हर पत्र, हर शिकायत, यहां तक ​​कि सीधे मेरे बजाय यदि सोशल मीडिया पर भी कोई शिकायत की जाती है, तो वह भी मेरे द्वारा ही निपटाई जाती है।''

उन्होंने खुद को सुप्रीम कोर्ट "परिवार का मुखिया" बताते हुए वकीलों से बी अपील की कि वो भी किसी शिकायत के संबंध में उनसे सीधे संपर्क कर सकते हैं।

सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा, "मैं वकीलों से अपील करता हूं कि अगर आपको कोई शिकायत है, तो अदालत के बाहर न भागें। बतौर सुप्रीम कोर्ट परिवार के मुखिया मैं यहां पर बैठा हूं आपकी शिकायतों को सुनने के लिए।

सीजेआई ने न्यायपालिका के महत्व के बारे में बोलते हुए कहा कि संविधान ने न्यायपालिका के जरिये यह सुनिश्चित किया कि शासन की संस्थाएं परिभाषित संवैधानिक सीमाओं के भीतर कार्य करें।

उन्होंने कहा, "देश की सभी अदालतें व्यक्तियों को उनके अधिकारों और स्वतंत्रता की सुरक्षा के लिए एक लोकतांत्रिक स्थान प्रदान करती हैं।"

चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने यह भी कहा, "स्वतंत्रता के बाद पिछले 76 वर्षों को देखें तो पता चलता है कि भारतीय न्यायपालिका का इतिहास आम लोगों के दैनिक जीवन और संघर्षों का इतिहास है। हमारा यही इतिहास हमें बहुत कुछ सिखाता है।"

अपने भाषण के आखिर में सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा, "न्यायाधीशों और वकीलों को इस तरह से आचरण करना चाहिए ताकि लोगों के बीच देश में कानूनी प्रक्रिया की स्वतंत्रता और अखंडता में विश्वास पैदा हो सके।"

टॅग्स :DY Chandrachudस्वतंत्रता दिवसIndependence DaySupreme Court Bar Association
Open in App

संबंधित खबरें

भारतSupreme Court: बांग्लादेश से गर्भवती महिला और उसके बच्चे को भारत आने की अनुमति, कोर्ट ने मानवीय आधार पर लिया फैसला

भारतआपको बता दूं, मैं यहां सबसे छोटे... सबसे गरीब पक्षकार के लिए हूं, जरूरत पड़ी तो मध्य रात्रि तक यहां बैठूंगा, प्रधान न्यायाधीश सूर्यकांत ने कहा

स्वास्थ्यखतरनाक धुएं से कब मुक्त होगी जिंदगी?, वायु प्रदूषण से लाखों मौत

भारतसुप्रीम कोर्ट ने कॉमेडियन समय रैना को सफलता की कहानियों वाले दिव्यांग लोगों को शो में बुलाने और इलाज के लिए पैसे जुटाने का दिया निर्देश

भारत"कोर्ट के पास कोई जादू की छड़ी नहीं है...", दिल्ली में वायु प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट सख्त

भारत अधिक खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई