Punjab: पंजाब में एक पुलिस थाने पर ग्रेनेड हमले में वांछित और दिल्ली में गैरकानूनी हथियारों की तस्करी में शामिल 22 वर्षीय एक युवक को विशेष प्रकोष्ठ ने गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। गुरदासपुर निवासी करणबीर प्रतिबंधित ‘बब्बर-खालसा इंटरनेशनल’ (बीकेआई) संगठन और सात अप्रैल को बटाला के किला लाल सिंह पुलिस थाने पर हुए हमले में जुड़ा था। इससे पहले, विशेष प्रकोष्ठ ने बीकेआई के एक अन्य सहयोगी को इसी मामले में गिरफ्तार किया था।
गुरदासपुर निवासी करणबीर दिल्ली में अवैध हथियारों की तस्करी में भी शामिल था।
करणबीर के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस
इंटरपोल के नाम से प्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक पुलिस संगठन ने करणबीर के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था, जो भारत में आपराधिक षडयंत्र, हत्या, शस्त्र अधिनियम और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम से संबंधित अपराधों, आतंकवादी कृत्यों के लिए धन जुटाने, षडयंत्र रचने और किसी आतंकवादी गिरोह या संगठन का सदस्य होने के आरोपों में वांछित था।
रेड कॉर्नर नोटिस, इंटरपोल के सदस्य देशों के कानून प्रवर्तन अधिकारियों से किसी व्यक्ति को प्रत्यर्पण, आत्मसमर्पण या इसी तरह की कानूनी प्रक्रिया पूरी होने तक अस्थायी रूप से हिरासत में रखने का अनुरोध होता है।
बब्बर खालसा का सहयोगी दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार
यह घटना दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ द्वारा प्रतिबंधित संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के एक संदिग्ध सदस्य आकाशदीप सिंह, उर्फ बाज़, को इसी मामले में गिरफ्तार किए जाने के कुछ दिनों बाद हुई है।
इससे पहले 22 जुलाई को, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़े एक 22 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया था। उसे पंजाब के बटाला स्थित किला लाल सिंह पुलिस स्टेशन पर 7 अप्रैल को हुए ग्रेनेड हमले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस उपायुक्त (स्पेशल सेल) अमित कौशिक ने बताया, "अमृतसर निवासी आरोपी आकाशदीप सिंह उर्फ बज़ को 22 जुलाई को मध्य प्रदेश के इंदौर से गिरफ्तार किया गया।"
आकाशदीप सिंह इंदौर में एक निर्माण स्थल पर क्रेन ऑपरेटर के रूप में काम कर रहा था, जब उसकी गतिविधियों के बारे में एक गुप्त सूचना मिलने पर उसे गिरफ्तार किया गया। कौशिक ने कहा, "आकाशदीप प्रतिबंधित आतंकी समूह बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़ा है। उसने बटाला में हुए ग्रेनेड हमले में भी अपनी संलिप्तता कबूल की है, जिसकी बाद में बीकेआई से जुड़े लोगों ने सोशल मीडिया पर पुष्टि की थी।"