हैदराबाद, 16 मार्च; केंद्र सरकार को छोड़ने के बाद तेलुगू देशम पार्टी (TDP) ने बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन तोड़ने का फैसला कर लिया है। अमरावती में हुई टीडीपी की पोलित ब्यूरो की बैठक में एनडीए से अलग होने का फैसला किया गया है। जल्द ही इस बात का अधिकारिक ऐलान कर दिया जाएगा। टीडीपी एनडीए से अलग होते ही आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिलवाने के लिए वाईएसआर कांग्रेस की ओर से शुक्रवार को संसद में लाए जाने वाले अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन का ऐलान किया है। मोदी सरकार के खिलाफ खुद TDP अविश्वास प्रस्ताव लेकर आ रही है।सूत्रों की मानें तो वाईएसआर को इस अविश्वास प्रस्ताव पर टीडीपी के साथ कई अन्य विपक्षी पार्टियों का भी साथ मिल सकता है। पिछले हफ्ता टीडीपी ने यह कह कर केन्द्र सरकार का साथ छोड़ा था कि केंद्र ने उन्हें आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की बात कही थी। लेकिन वह अब अपनी बातों से मुंह मोड़ रहे हैं।
आंध्र प्रदेश के एक्साइज मिनिस्टर केएस जवाहर ने कहा कि बीजेपी ने तेलुगू जनता को धोखा दिया है और इस बार भी उन्होंने ऐसा ही किया है, इसलिए हम अपना सर्मथन वापस ले रहे हैं। इससे पहले कल टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने केंद्र सरकार की आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी ने जो तमिलनाडु में किया, वही वह जगन मोहन रेड्डी और पवन कल्याण के जरिए आंध्र प्रदेश में भी करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो पूरे देश में जल्द ही पीएम मोदी के खिलाफ जबर्दस्त माहौल बन जाएगा।