हैदराबाद: राजनीतिक सफर की शुरुआत करने से पहले स्त्रीरोग विशेषज्ञ रहीं तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन हवाई जहाज से यात्रा के दौरान एक शख्स की जान बचाने के लिए चर्चा में हैं। दरअसल दिल्ली से हैदराबाद की फ्लाइट में बैठे अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रैंक के आईपीएस अधिकारी कृपानंद त्रिपाठी उजेला की तबीयत अचानक खराब हो गई। ऐसे में वाराणसी से दिल्ली होते हुए हैदराबाद लौट रहीं राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने उनकी मदद की।
एयर होस्टेस की घोषणा के बाद मदद के लिए पहुंची राज्यपाल
कृपानंद त्रिपाठी की तबीयत खराब होने के बाद शनिवार सुबह करीब साढ़े बजे बीच हवा में इंडिगो की एयर होस्टेस ने जहाज में यात्रा कर रहे यात्रियों से इस बारे में पूछा कि क्या फ्लाइट में कोई डॉक्टर मौजूद है।
इसके बाद तमिलिसाई मदद के लिए आगे आईं। इस प्रकरण के बारे में ट्वीट कर तमिलिसाई ने कहा, 'मैं ऐसे यात्री का इलाज करने के लिए उठी, जो पसीने से लथपथ दिख रहा था। उसे लेटाया गया और फिर उसके शरीर की जाँच की और प्राथमिक चिकित्सा और सहायक दवाओं के बाद, वह फिर से मुस्कुराता नजर आया। विमान के उतरने पर उसे एयरपोर्ट मेडिकल बूथ ले जाया गया। समय पर अलर्ट और सुविधा देने के लिए इंडिगो एयरहोस्टेस और कर्मचारियों की भी सराहना करती हूं।'
'मैडम गवर्नर ने बचाई मरी जान'
आंध्र प्रदेश कैडर के 1994 बैच के अधिकारी कृपानंद त्रिपाठी का हैदराबाद के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। ये बात सामने आई है कि उन्हें डेंगू हुआ है। बहरहाल, राज्यपाल से मदद मिलने पर उन्होंने अस्पताल पहुंचने पर कहा, 'मैडम गवर्नर ने मेरी जान बचाई। उन्होंने एक मां की तरह मेरी मदद की। नहीं तो मैं अस्पताल नहीं जा सकता था।'
बता दें कि राज्यपाल बनन से पहले तमिलिसाई सुंदरराजन तमिलनाडु की भाजपा इकाई की अध्यक्ष थीं और उन्होंने 2019 के चुनावों में डीएमके उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव भी लड़ा था। हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा। महामारी के चरम के दौरान भी स्थिति की समीक्षा के लिए सुंदरराजन ने पीपीई सूट में हैदराबाद में गांधी और एनआईएमएस जैसे अस्पतालों का दौरा किया। वह जब भी किसी अस्पताल में जाती हैं तो स्टेथोस्कोप अपने साथ रखती थीं और महिला मरीजों की जांच कर उनके स्वास्थ्य के बारे में हालचाल भी पूछती नजर आती थीं।