पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने रामचरितमानस पर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर की हालिया टिप्पणी का बचाव किया। यादव ने साजिश का आरोप लगाते हुए विवाद के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया। पीटीआई ने यादव के हवाले से कहा कि लोगों को भाजपा की साजिशों के बारे में सावधान रहना चाहिए क्योंकि यह चतुराई से राजनीतिक विमर्श को हिंदू बनाम मुस्लिम बाइनरी की ओर निर्देशित करने की कोशिश कर रही है।
तेजस्वी यादव ने आगे कहा, "हमें भाजपा की साजिशों को समझना चाहिए। उन्होंने सीएम नीतीश कुमार को अफवाहों से बदनाम करने की कोशिश की थी कि वह अपनी पार्टी को तोड़ने की कोशिश करते हुए राज्यपाल या उपाध्यक्ष के रूप में अपनी एड़ी को ठंडा करना चाहते थे। वे फिर से काम पर लग गए हैं क्योंकि 'महागठबंधन' एक आंख की किरकिरी है और 2024 के लोकसभा चुनावों में उनकी संभावनाओं को बाधित कर सकता है।"
बता दें कि राज्य के शिक्षा मंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता चंद्रशेखर ने यह कहकर विवाद छेड़ दिया कि रामचरितमानस ने सामाजिक भेदभाव को बढ़ावा दिया और समाज में नफरत फैलाई। उन्होंने रामायण के लोकप्रिय संस्करण की तुलना राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के विचारक एमएस गोलवलकर द्वारा लिखित 'बंच ऑफ थॉट्स' से भी की।
मंत्री ने कहा था, "रामचरितमानस का विरोध इसलिए किया गया क्योंकि इसमें कहा गया था कि समाज का निचला तबका शिक्षित हो जाए तो जहरीला हो जाता है। रामचरितमानस, मनुस्मृति और एमएस गोलवलकर की बंच ऑफ थॉट्स जैसी किताबों ने सामाजिक विभाजन पैदा किया।" इस बीच गंभीर प्रतिक्रिया के बावजूद मंत्री ने शुक्रवार को टिप्पणी पर अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा, "मुझे कितनी बार एक ही बात कहनी है? मैंने सच बोला, मैं उस पर कायम हूं। कोई कुछ भी कहे मुझे उससे क्या लेना-देना?"