केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोला। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद राहुल गांधी ने एनआरसी (नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीज़न) और एनपीआर (नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर) को हिंदुस्तान की गरीब जनता पर लगाया गया टैक्स बताया था।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज राहुल ने कहा कि NPR गरीब पर टैक्स है। NPR तो जनसंख्या रजिस्टर है, लोगों की जानकारी जो लोग देते हैं वो इसमें इकट्ठा करके रखते हैं, इसमें टैक्स कहां से आया। राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष थे तब भी और अब नहीं हैं तब भी कुछ भी बोलते हैं और लगातार झूठ बोलते हैं।
2019 के झूठ ऑफ द ईयर के लिए वे पात्र हैं। पहले राहुल के बयानों से परिवार परेशान था अब जनता और पूरी कांग्रेस परेशान है। TAX कांग्रेस का कल्चर है जैसे जयंती टैक्स, कोयला टैक्स, 2G टैक्स, जीजा जी टैक्स। हम आज कांग्रेस से 2 मांग करते हैं- झूठ बोलना बंद करें इससे देश गुमराह नहीं होगा। देश ने आपको रिजेक्ट किया है। कर्ज माफी जैसे झूठे वादे करना बंद करें, जो कभी पूरे नहीं किए।
जावड़ेकर ने कहा कि आज राहुल ने कहा कि NPR गरीब पर TAX है। NPR तो जनसंख्या रजिस्टर है, लोगों की जानकारी जो लोग देते हैं वो इसमें इकट्ठा करके रखते हैं, इसमें TAX कहां से आया। TAX कांग्रेस का कल्चर है- जयंती टैक्स, कोयला टैक्स, 2G टैक्स, जीजा जी टैक्स। राजस्थान में कांग्रेस सरकार है, जहां एक अस्पताल में एक महीने में 77 बच्चों की मृत्यु हुई है। राहुल गांधी को अगर जाना है तो वहां जाएं और अपनी सरकार को सुधारें। उसके बजाय ये बेतुके बयान देना बंद करें।
गांधी ने एक सवाल के जवाब में कहा, “चाहे एनआरसी हो या एनपीआर हो, यह हिंदुस्तान के गरीब लोगों पर एक टैक्स है।” उन्होंने कहा, “(जिस तरह) नोटबंदी हिंदुस्तान के गरीब लोगों पर एक टैक्स था। बैंक में जाइए, पैसा दीजिए, अपने एकाउंट से पैसा नहीं निकालिए और पूरा का पूरा पैसा 15 से 20 लोगों को दे दिया गया। यह (एनआरसी, एनपीआर) भी बिल्कुल वही चीज है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि अब गरीबों को कागज बनवाने के नाम पर रिश्वत देनी पडेगी। उन्होंने इसे गरीबों पर हमला करार दिया। गांधी ने अर्थव्यवस्था और रोगजार की स्थित पर केंद्र सरकार को घेरा। कांग्रेस के नेता ने कहा, “आज पूरी दुनिया में कहा जा रहा है कि हिंदुस्तान में हिंसा हो रही है। महिलाओं को यहां सड़कों पर नहीं चलने दिया जा रहा है और बेरोजगारी 45 साल में सबसे ज्यादा है... लेकिन प्रधानमंत्री कुछ कर नहीं पा रहे हैं।”