भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज का मंगलवार (06 अगस्त) की रात को निधन हो गया, जिसके बाद पार्टी से लेकर पूरा देश शोक में डूबा हुआ है। स्वराज का अंतिम संस्कार लोधी रोड शवदाह ग्रह में तीन बजे किया जाएगा। इससे पहले उनका पार्थिव शरीर बीजेपी मुख्यालय में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया, जिसके बाद अब अंतिम यात्रा पर निकला है।
सुषमा स्वराज अर्थी को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला को कंधा दिया।
इससे पहले उनका पार्थिव शरीर बीजेपी मुख्यालय में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है, जहां पार्टी के कई नेताओं, कार्यकर्ताओं सहित आम नागरिकों ने उनके दर्शन किए।
बता दें कि पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का निधन अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में हो गया। वह 67 साल की थीं। दुनियाभर की हस्तियों ने दिवंगत पूर्व विदेश मंत्री के निधन पर दुख जताया है। आज दोपहर 3 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। वर्ष 2016 में उनका गुर्दा प्रतिरोपण हुआ था और उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से लोकसभा का चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था।
आपको बता दें कि सुषमा स्वराज देश की पहली महिला विदेश मंत्री के तौर पर जानी जाती हैं। उनका जन्म 14 फरवरी 1952 को अंबाला में हुआ था। सुषमा के पिता हरदेव शर्मा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सदस्य थे। उन्होंने अपनी पढ़ाई एसडी कॉलेज अंबाला छावनी से की, जिसके बाद पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से उन्होंने कानून की डिग्री हासिल की। 1970 में सुषमा ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ राजनीति में कदम रखे। उसी दौरान उन्होंने जेपी के अंदोलन में भी हिस्सा लिया। 1975 में सुषमा की शादी स्वराज कौशल से हुई। कौशल भी 6 साल तक राज्यसभा में सांसद रहे इसके अलावा वो मिजोरम के राज्यपाल भी रह चुके हैं।