पटना: बिहार में महाराष्ट्र जैसी स्थिति बनने की अफवाहों के बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने सोमवार को चेतावनी दी कि यदि पार्टी विभाजित होती है, तो कोई रास्ता नहीं है कि बिहार के मुख्यमंत्री एनडीए में फिर से शामिल हो सकें। पिछले साल भाजपा छोड़ने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नीतीश कुमार को एनडीए के लिए हमेशा के लिए अवांछित व्यक्ति घोषित कर दिया था।
सुशील मोदी ने कहा, "केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुरुआत में ही साफ कर दिया कि हम किसी भी कीमत पर नीतीश कुमार को स्वीकार नहीं करेंगे। भले ही नीतीश कुमार भाजपा के दरवाजे पर नाक रगड़ें, हम उन्हें स्वीकार नहीं करेंगे। भाजपा उनका बोझ नहीं उठाएगी।"
इस बीच केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने सोमवार को बड़ा बयान देते हुए दावा किया कि नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड और अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के विधायकों के बीच तनाव के कारण बिहार और उत्तर प्रदेश में महाराष्ट्र जैसी स्थिति पैदा हो सकती है।
एएनआई से बात करते हुए अठावले ने कहा, "ऐसी ही स्थिति (जैसे वर्तमान में महाराष्ट्र में) बिहार में भी जल्द ही पैदा हो सकती है क्योंकि जेडीयू के कुछ विधायक नीतीश कुमार से नाराज हैं। उत्तर प्रदेश में जयंत चौधरी एनडीए के साथ शामिल हो सकते हैं क्योंकि फिलहाल वह अखिलेश यादव से नाराज चल रहे हैं। समाजवादी पार्टी के विधायकों के बीच मतभेद पैदा होने की आशंका है।"