अभिनेत्री से लेकर बिजनेसवुमन तक, इन 5 लोगों ने धारा 377 के खिलाफ लड़ी 17 सालों लम्बी लड़ाई

By पल्लवी कुमारी | Published: September 7, 2018 08:12 AM2018-09-07T08:12:54+5:302018-09-07T08:12:54+5:30

सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने धारा 377 (Section 377) पर ऐताहिसक फैसला सुनाते हुए कहा कि समलैंगिकता  (Homosexuality) संबंध अपराध नहीं है।

Supreme court verdict on Homosexuality : Meet the 5 petitioners who challenged Section 377 | अभिनेत्री से लेकर बिजनेसवुमन तक, इन 5 लोगों ने धारा 377 के खिलाफ लड़ी 17 सालों लम्बी लड़ाई

अभिनेत्री से लेकर बिजनेसवुमन तक, इन 5 लोगों ने धारा 377 के खिलाफ लड़ी 17 सालों लम्बी लड़ाई

नई दिल्ली, 06 सितंबर: सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार  06 सितंबर को  धारा 377 (Section 377) पर ऐताहिसक फैसला सुनायासुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने कहा कि समलैंगिकता  (Homosexuality) संबंध अपराध नहीं है। न्यायालय ने कहा कि ऐसे यौन संबंधों को अपराध के दायरे में रखने संबंधी भारतीय दंड संहिता की धारा 377 के प्रावधान से संविधान में प्रदत्त समता और गरिमा के अधिकार का हनन होता है।

सुप्रीम कोर्ट ने धारा 377 के तहत सहमति से समलैंगिक यौन संबंधों को अपराध के दायरे से बाहर करते हुए कहा कि यह तर्कहीन, सरासर मनमाना और बचाव नहीं किये जाने वाला है।  प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पॉंच सदस्यीय संविधान पीठ ने सर्वसम्मति से 495 पेज में चार अलग-अलग फैसलों में कहा कि एलजीबीटीक्यू (LGBTQ) समुदाय को देश के दूसरे नागरिकों के समान ही सांविधानिक अधिकार प्राप्त हैं। संविधान पीठ ने लैंगिक रूझान को 'जैविक घटना' और 'स्वाभाविक' बताते हुए कहा कि इस आधार पर किसी भी तरह के भेदभाव से मौलिक अधिकारों का हनन होता है। दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पॉंच सदस्यीय संविधान पीठ में जस्टिस रोहिंटन नरीमन, जस्टिस एएम खानविलकर, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस इंदु मल्होत्रा शामिल हैं। तो आइए जानते हैं उन पॉंच याचिकाकर्ताओं के बारे में जिन्होंने ये याचिका दायर की थी।  

 1- नवतेज सिंह जौहर

नवतेज सिंह जौहर एक क्लासिकल डांसर हैं। जिनकी उम्र 59 साल की है। इन्हें संगीत नाटक अकादमी के अवॉर्ड से भी नवाजा गया है। नवतेज सिंह जोहर पिछले 25 वर्षों तक अपने साथी के साथ रह रहे थे। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करते हुए कहा था कि देश में  व्यक्तिगत स्वतंत्रता का अधिकार सबको है।  नवतेज अशोका यूनिवर्सिटी में अतिथि फैकल्टी हैं। इन्होंने 2010 में मिशिगन विश्वविद्यालय में भी पढ़ाया है। 

2- रितु डालमिया

45 वर्षीय रितु डालमिया का जन्म कोलकता के एक मारवाड़ी फैमिली में हुआ था। वह फिलहाल एक सेलेब्रिटी शेफ हैं और डीवा नाम के रेस्टॉरेंट चेन की ऑनर भी।  रितु डालमिया ने कई कुकिंग किताबें भी लिखी हैं। इसके साथ ही कई फूड शो को होस्ट कर चुकी हैं। इन्होंने सुप्रीम कोर्ट में धारा 377 पर दिल्ली उच्च न्यायालय के फैसले को आरक्षित करने के बाद याचिका दायर की थी। 

3-  सुनील मेहरा 

63 वर्षीय सुनील मेहरा एक पत्रकार हैं। वो मैक्सिम मैग्जीन के भारतीय संस्करण के संपादक भी रह चुके हैं। इसके साथ ही वह अभिनेता, निर्देशक, निर्माता और लेखक भी हैं। वह पिछले काफी सालों से नवतेज सिंह जौहर के साथ हैं और स्टूडियो अभ्यास के फाउंडर हैं। 

4- अमन नाथ 

अमन नाथ नीमराना होटल्स के मालिक हैं। 61 वर्षीय अमन नाथ ने इतिहास और कला पर कई किताबें लिखी हैं। इसके साथ ही वह कविताएं भी लिखते हैं। ये पिछले काफी वक्त से अपने साथी फ्रांसिस वाकजीर्ग के साथ एक ऑफिशियल संबंध में थे। ये 23 सालों से एक-दूसरे को डेट कर रहे थे। 2014 में इनका ब्रेकअप हुआ। उन्होंने एक बेटी को गोद लिया है।

5- आयशा कपूर

23 वर्षीय आयशा कपूर एक अभिनेत्री और बिजनेसवुमेन हैं। आयशा ने फिल्म ब्लैक में भी काम किया है। जिसमें उनके रोल को काफी सहारा गया था। आयशा कोलंबिया यूनिर्वसिटी में आर्ट की छात्रा है और मां के बिजनेस में हाथ बटाती हैं।  न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, आयशा ने कहा था,  80 के दशक में दिल्ली में 'लेस्बियन' जैसे शब्द का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता था। इसे एक बुरा शब्द माना जाता था। 

Web Title: Supreme court verdict on Homosexuality : Meet the 5 petitioners who challenged Section 377

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