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महाराष्ट्रः सरकार गठन के '13-26 फॉर्मूले' पर बीजेपी नेता ने ही कह दिया- शिवसेना 13 मंत्रियों से ज्यादा की हकदार

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 31, 2019 09:01 IST

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भाजपा ने सरकार बनाने का '13-26' का फॉर्मूला भी दिया है। जिसके तहत शिवसेना को 13 मंत्री पद दिए जा सकते हैं, जबकि भाजपा 26 मंत्री पद अपने पास रखेगी। बीजेपी नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि बातचीत चल रही है लेकिन मैं कह सकता हूं कि शिवसेना 13 से ज्यादा की हकदार है।

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ठळक मुद्देबीजेपी नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर बातचीत चल रही है।मुनगंटीवार ने कहा कि शिवसेना 13 से ज्यादा मंत्रीपद की हकदार है।

महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर बीजेपी नेता सुधीर मुनगंटीवार ने बड़ा बयान दिया है। मुनगंटीवार ने कहा है कि शिवसेना से विवाद को जल्द सुलझा लिया जाएगा और नवंबर के पहले हफ्ते में नई सरकार बनेगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भाजपा ने सरकार बनाने का '13-26' का फॉर्मूला भी दिया है। जिसके तहत शिवसेना को 13 मंत्री पद दिए जा सकते हैं, जबकि भाजपा 26 मंत्री पद अपने पास रखेगी। बीजेपी नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि बातचीत चल रही है लेकिन मैं कह सकता हूं कि शिवसेना 13 से ज्यादा की हकदार है।

दोनों पार्टियों के तेवर में नरमी

महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर भाजपा और शिवसेना के तेवर कुछ नरम पड़ गए हैं, जिससे दोनों दलों के बीच तनातनी कुछ कम होती नजर आ रही है। भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने विधानसभा चुनाव में मिली जीत के लिए शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे का शुक्रिया अदा किया जिसका शिवसेना नेताओं ने स्वागत किया है।

बुधवार को एक ओर जहां फडनवीस को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया, वहीं शिवसेना नेता संजय राऊत पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मिलने 'मातोश्री' पहुंचे हैं। यहां सरकार गठन को लेकर मंथन हुआ। शिवसेना ने गुरुवार को अपने विधायक दल की बैठक बुलाई है। 

13-26 के फॉमूले पर भाजपा का जोर

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भाजपा ने शिवसेना को कह दिया है कि मुख्यमंत्री पद पर कोई चर्चा नहीं होगी। हालांकि उपमुख्यमंत्री पद को लेकर बातचीत की जा सकती है। इसके साथ ही भाजपा ने सरकार बनाने का '13-26' का फॉर्मूला भी दिया है। जिसके तहत शिवसेना को 13 मंत्री पद दिए जा सकते हैं, जबकि भाजपा 26 मंत्री पद अपने पास रखेगी। हालांकि चार महत्वपूर्ण मंत्रालय राजस्व, नगरविकास, गृह, वित्त भाजपा अपने पास ही रखेगी। उपमुख्यमंत्री पद यदि शिवसेना के हिस्से में आता है तो उस पर तत्काल आदित्य ठाकरे के नाम की घोषणा न की जाए, बल्कि किसी पार्टी के किसी वरिष्ठ नेता जैसे सुभाष देसाई या एकनाथ शिंदे को मौका देने पर विचार किया जाए।

वैकल्पिक फॉर्मूला केवल अफवाह 

फडनवीस ने नवनिर्वाचित भाजपा विधायकों को संबोधित करते हुए कहा, ''राज्य में सरकार बनाने के लिए वैकल्पिक फॉर्मूला के बारे में कई अफवाहें चल रही हैं, लेकिन यह मनोरंजन के अलावा कुछ नहीं है। 1995 के बाद, राज्य में किसी भी पार्टी ने 288 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव में 75 से अधिक सीटें नहीं जीतीं, लेकिन भाजपा ने 2014 में 122 सीटें और इस चुनाव में 105 सीटें हासिल की है।'

टॅग्स :महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019शिव सेनाभारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)देवेंद्र फड़नवीसउद्धव ठाकरेआदित्य ठाकरे
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