दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने रूस-यूक्रेन युद्ध में भारत सरकार को स्पष्ट नीति अपनाने की सलाह दी है। यूक्रेन के खिलाफ रूस के हमले से नाखुश नजर आ रहे है स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा है कि क्या रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के द्वारा बीते साल ब्रिक्स प्रस्ताव के दिल्ली घोषणापत्र से पलटते हुए यूक्रेन पर हमला करने के लिए अपना विरोध दर्ज कराएंगे।
सुब्रमण्यम स्वामी ने इस मामले में ट्वीट करते हुए कहा, "अब जब यह स्पष्ट हो गया है कि रूस ने यूक्रेन में जो किया है, वह पिछले साल के दिल्ली घोषणापत्र में ब्रिक्स के प्रस्ताव का उल्लंघन है। तो क्या मोदी जी में पुतिन को पीछे हटने के लिए कहने की हिम्मत होगी?"
इसके साथ ही स्वामी ने एक अन्य ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ललकारे हुए कहा, "क्या भारत के नीति निर्माताओं ने पुतिन के साथ सती करने का फैसला किया है? जब विदेशी बर्बर लोग आये थे तो महिलाओं का सती होना एक नेक कार्य माना जाता था, लेकिन अभी नहीं। अब तो महिलाएं फिर से दुर्गा, सरस्वती या लक्ष्मी जैसी हो गई हैं। वे बराबर हैं किसी की जागीर नहीं। तो अब भारत माता सती की मांग नहीं करतीं।"
सुब्रमण्यम स्वामी रूस के यूक्रेन हमले ते मुद्दे पर भारत सरकार के कदम से संतुष्ट नहीं नजर आ रहे हैं। शायद यही कारण है कि स्वामी ने अपने 'ब्रिक्स प्रस्ताव' वाले ट्वीट पर एक यूजर को जवाब देते हुए पीएम के विषय में कथित तौर पर आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग करते हुए कहा, "1.4 अरब सभ्य लोगों का प्रधानमंत्री राजनीतिक हिजड़ा नहीं हो सकता"
बीते 24 फरवरी को रूस ने पड़ोसी देश यूक्रेन पर हमला कर दिया। रूस नहीं चाहता है कि यूक्रेन अमेरिकी अगुवाई वाले नाटो संघ में शमिल हो। इसके लिए रूस बीते दिसंबर से ही यूक्रेन को चेतावनी दे रहा था। पिछले 6 दिनों से जारी संघर्ष को देखते हुए पुतिन ने कथित तौर पर अपने परमाणु हथियारों को 'अलर्ट' पर रहने का आदेश जारी कर दिया है। जिसके कारण अमेरिका समेत पूरी दुनिया में भारी बेचैनी है।
यूक्रेन में इस वक्त करीब 16 हजार भारतीय छात्र भी फंसे हुए हैं। वहीं मिली जानकारी के मुताबिक यूक्रेन हिंसा में एक भारतीय छात्र की मौत हो गई है। बताया जा रहा है खारकीव में नवीन शेखरप्पा नाम के 21 सला के भारतीय छात्र की उस वक्त मौत हो गई जब वो रूसी हमले की जद में आ गया। नवीन कर्नाटक के चलागेरी का रहने वाले था और मौत से 2 दिन पहले ही उसने अपने परिवार को वीडियो कॉल करके खुद को सुरक्षित बताया था।
वहीं भारत सरकार यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए 'ऑपरेशन गंगा' चला रही है। इस अभियान के तहत अब तक करीब 1,500 के भारतीयों को स्वदेश लाया जा चुका है। भारत सरकार यूक्रेन में फंसे नागरिकों को लाने के लिए उसकी सीमा से सटे हंगरी, पोलैंड, स्लोवाकिया समेत कुल 5 देशों के रास्ते 'ऑपरेशन गंगा' चला रही है।
इससे पहले सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया, वीके सिंह, हरदीप सिंह पुरी और किरेन रिजिजू को इस अभियान में शामिल होने को कहा था। सभी मंत्रियों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में जाकर रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी करने को कहा गया था।