पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की एसपीजी सुरक्षा हटा दी गई है। अब उन्हें जेड प्लस सिक्यूरिटी दी गई है। गृह मत्रालय ने इंटेलिजेंस एजेंसियों से इनपुट के आधार पर समीक्षा की और मनमोहन सिंह की सुरक्षा में कटौती का फैसला किया है। गृह मंत्रालय इंटेलिजेंस ब्यूरो की सिफारिश पर हर साल स्पेशल लोगों की सुरक्षा की समीक्षा करती है।
क्या है SPG सुरक्षा और ये किसे मिलती है?
SPG यानि स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप। इस ग्रुप का गठन इंदिरा गांधी की हत्या के बाद 1985 में हुआ था। इस समय देश में सिर्फ 4 लोगों के पास एसपीजी सुरक्षा है। सिर्फ पीएम मोदी, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को ही एसपीजी अपना कवर दे रही है।
एसपीजी सिर्फ प्रधानमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री और उनके परिजनों के सुरक्षा मुहैया कराती है। एसपीजी के जवानों का चयन BSF, CISF, ITBP, CRPF से किया जाता है। इन जवानों को अमेरिका की सीक्रेट सर्विस के एजेंट के तर्ज पर ट्रेनिंग दी जाती है। ये जवान एक फुली ऑटोमेटिक गन FNF-2000 असॉल्ट राइफल से लैस होते हैं।
इन कमांडोज के पास ग्लोक 17 नाम की एक पिस्टल भी होती है। इसके साथ ही कमांडो अपनी सेफ्टी के लिए एक लाइट वेट बुलेटप्रूफ जैकेट भी पहनते हैं। आपने अक्सर एसपीजी जवानों को काला चश्मा पहने हुए देखा होगा, जवान एक स्पेशल ब्लैक ग्लॉस लगाते हैं, जिससे उन्हें किसी भी प्रकार का डिस्ट्रैक्शन नहीं होता।
खास बात यह है कि SPG हमलावर नहीं बल्कि रक्षात्मक फोर्स है। इनका काम मुश्किल से मुश्किल परिस्थिति में पीएम का हिफाजत करना होता है। एसपीजी के गार्ड्स को आसपास के लोगों के शरीर या इशारों में किसी भी तरह के कारक का आकलन करके संभावित खतरों को समझने के लिए अत्यधिक प्रशिक्षित किया जाता है।
अगर एसपीजी सुरक्षा होल्डर कोई रोड शो करते हैं तो बुलेटप्रुफ गाड़ी में सफर करते हैं। एसपीजी सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति के काफिले में दो डमी कारें भी चलती हैं। एसपीजी सुरक्षा होल्डर के साथ चलने वाली सब गाड़ियों में एनएसजी के अचूक निशाने वाले कमांडो होते हैं। इसके अलावा अगर पीएम कोई रैली या रोड शो कर रहे होते हैं तो उनके आस-पास और आगे-पीछे वर्दी और सादे कपड़ों में एनएसजी के कमांडो चलते हैं। एसपीजी के गार्ड्स या तो टाई-सूट में होते हैं या सफारी सूट में।