'तब तक वो ज्ञानवापी मस्जिद ही है', सीएम योगी के बयान पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने दी प्रतिक्रिया
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: July 31, 2023 02:46 PM2023-07-31T14:46:53+5:302023-07-31T14:49:04+5:30
योगी आदित्यानाथ ने इस मामले पर एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि अगर उसको (ज्ञानवापी परिसर को) मस्जिद कहेंगे तो फिर विवाद होगा। जवाब में सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि जब तक उच्च न्यायालय का निर्णय नहीं आ जाता, तब तक वो ज्ञानवापी मस्जिद ही है।
लखनऊ: काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद पर अदालत में चल रहे मामले के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर राजनीतिक दलों के नेताओं की प्रतिक्रिया आना शुरू हो गई है। योगी आदित्यानाथ ने इस मामले पर एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि अगर उसको (ज्ञानवापी परिसर को) मस्जिद कहेंगे तो फिर विवाद होगा। सीएम योगी ने कहा था कि मुझे लगता है कि ये प्रस्ताव मुस्लिम समाज की ओर से आना चाहिए कि साहब ऐतिहासिक गलती हुई है और उस गलती के लिए हम चाहते हैं कि समाधान हो।
सीएम योगी के बयान पर अब सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने प्रतिक्रिया दी है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, "ज्ञानवापी मस्जिद है इसीलिए मामला उच्च न्यायालय तक गया है। विवाद की शुरुआत ही यहीं से हुई है कि वो मस्जिद है। जब तक उच्च न्यायालय का निर्णय नहीं आ जाता, तब तक वो ज्ञानवापी मस्जिद ही है।"
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— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) July 31, 2023
सपा नेता ने आगे कहा, "मुख्यमंत्री उच्च न्यायालय से बड़े नहीं हैं। अदालत के फ़ैसले का इंतज़ार करना चाहिए। जब तक आदेश नहीं आ जाता है तब तक सकारात्मक या नकारात्मक टिप्पणी करने से बचना चाहिए।"
इस मामले में एआईएमआईएम प्रमुख असदु्द्दीन ओवैसी ने भी सीएम योगी के बयान पर प्रतिक्रिया दी है। ओवैसी ने कहा, "मुख्यमंत्री जानते हैं कि इलाहाबाद हाई कोर्ट ASI की रिपोर्ट पर निर्णय देने वाला है इसलिए उन्होंने इस तरह का बयान दिया। जिस जगह पर 400 साल से मस्जिद है आप उसे दबाना चाहते हैं। यह इनका सांप्रदायिकता की राजनीति है और उनका इस मामले में न्यायिक अतिरेक है।"
मुख्यमंत्री जानते हैं कि इलाहाबाद हाई कोर्ट ASI की रिपोर्ट पर निर्णय देने वाला है इसलिए उन्होंने इस तरह का बयान दिया। जिस जगह पर 400 साल से मस्जिद है आप उसे दबाना चाहते हैं। यह इनका सांप्रदायिकता की राजनीति है और उनका इस मामले में न्यायिक अतिरेक है: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री… pic.twitter.com/Znes0rJfe6
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 31, 2023
बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने साक्षात्कार में कहा था, "मुझे लगता है कि भगवान ने जिसको दृष्टि दी है वो देखे न त्रिशूल मस्जिद के अन्दर क्या कर रहा है, हमने तो नहीं रखे हैं न, ज्योतिर्लिंग है, देव प्रतिमाएं हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "पूरी दीवारे चिल्ला-चिल्लाकर क्या कह रही हैं और मुझे लगता है कि ये प्रस्ताव मुस्लिम समाज की ओर से आना चाहिए कि साहब ऐतिहासिक गलती हुई है और उस गलती के लिए हम चाहते हैं कि समाधान हो।"