नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बेटी पर गोवा में 'अवैध बार' चलाने का आरोप लगाने वाले कांग्रेस नेताओं पर पलटवार करते हुए कानूनी नोटिस भेजा है।
ईरानी ने अपने वकील के माध्यम से कांग्रेस पार्टी, जयराम रमेश और पवन खेड़ा को नोटिस भेजा है। इससे पहले कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने प्रेस कांफ्रेंस करके ईरानी की बेटी पर गोवा में अवैध बार चलाने का आरोप लगाया था। पवन खेड़ा ने कहा था, 'केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के परिवार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं।
गोवा में उनकी बेटी द्वारा चलाए जा रहे रेस्त्रां पर शराब परोसने के लिए फर्ज़ी लाइसेंस जारी करवाने का आरोप लगा है।' पवन खेड़ा ने दावा किया था, 'केंद्रीय मंत्री की बेटी ने अपने ‘सिली सोल्स कैफे एंड बार’ के लिए फर्ज़ी दस्तावेज़ देकर 'बार लाइसेंस' जारी करवाए।'
कांग्रेस के आरोपों के बाद स्मृति ईरानी ने जवाब देते हुए कहा था, ‘मेरी बेटी की गलती यह है कि उसकी मां सोनिया और राहुल गांधी की 5,000 करोड़ रुपये की लूट पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करती है। उसकी गलती यह है कि उसकी मां ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा।’
स्मृति ने अपनी बेटी पर लगाए आरोपों के निराधार बताते हुए कहा था कि उनकी 18 साल की बेटी कॉलेज की प्रथम वर्ष की छात्रा है और कोई बार नहीं चलाती। केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाने के लिए पवन खेड़ा और कांग्रेस पार्टी को अदालत में देखने की बात कही थी। अब स्मृति ईरानी ने आधिकारिक रूप से कांग्रेस पार्टी, जयराम रमेश और पवन खेड़ा को कानूनी नोटिस भेज दिया है।
मुद्दे पर जारी है सियासी जंग
इस मुद्दे पर भाजपा और कांग्रेस के नेता भी आमने-सामने हैं। ईरानी की बेटी पर लगाए कांग्रेस के आरोपों पर एक टीवी डिबेट के दौरान भाजपा प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने कुछ टिप्पड़ी की थी। अब कांग्रेस ने इसे अमर्यादित बताते हुए भाजपा भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर इसकी शिकायत की है और माफी मांगने की मांग की है।