नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली आबकारी नीति मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारियों ने सोमवार को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से करीब नौ घंटे तक पूछताछ की गई। सुबह 11.15 बजे राष्ट्रीय राजधानी में सीबीआई कार्यालय पहुंचे सिसोदिया को रात करीब 8.55 बजे वहां से निकले। सीबीआई अधिकारियों ने आम आदमी पार्टी (आप) के नेता से मामले के कई पहलुओं पर पूछताछ की।
समाचार एजेंसी एएनआई ने सीबीआई के एक अधिकारी के हवाले से कहा कि जांच टीम अब दिल्ली के डिप्टी सीएम द्वारा दिए गए जवाबों का मूल्यांकन करेगी और जरूरत पड़ने पर उन्हें बाद में फिर से तलब किया जाएगा। एजेंसी के एक अधिकारी ने कहा, "सिसोदिया को कल के लिए कोई समन नहीं।"
केंद्रीय एजेंसी के कार्यालय से बाहर निकलने के बाद, सिसोदिया ने संवाददाताओं से कहा कि आबकारी नीति में कोई मामला नहीं है और पूरी पूछताछ दिल्ली में "ऑपरेशन लोटस" को सफल बनाने के लिए है। सिसोदिया ने कहा, मुझे सीबीआई कार्यालय के अंदर आम आदमी पार्टी को छोड़ने के लिए कहा गया, नहीं तो मेरे खिलाफ ऐसे मामले दर्ज होते रहेंगे। उन्होंने कहा, मुझसे कहा गया 'सत्येंद्र जैन के ऊपर कोसे सच्चे मामले हैं?'...मैंने कहा कि मैं आप को बीजेपी के लिए नहीं छोड़ूंगा। उन्होंने कहा कि वे मुझे सीएम बनाएंगे।
उन्होंने आगे कहा कि उन्हें आप का नेतृत्व करने के लिए कहा गया था, जिसमें विफल रहने पर उनके खिलाफ ऐसे और मामले दर्ज किए जाएंगे, जिस पर उन्होंने जवाब दिया कि वह भाजपा के लिए अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी को नहीं छोड़ेंगे। बता दें कि सिसोदिया को अगस्त में आबकारी मामले में दर्ज पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) में नंबर एक आरोपी के रूप में नामित किया गया है।
हालांकि सीबीआई ने मनीष सिसोदिया के आरोपों को खंडन करने के लिए एक बयान जारी किया। जिसमें केंद्रीय जांच एजेंसी ने कहा, "सीबीआई इन आरोपों (दिल्ली के उप मुख्यमंत्री सिसोदिया के) का जोरदार खंडन करती है और दोहराती है कि उनकी परीक्षा पेशेवर और कानूनी तरीके से की गई थी। कानून के अनुसार जांच जारी रहेगी।