नई दिल्लीः आपने ई कॉमर्स कंपनियों के ऐप और वेबसाइट पर विंडो शॉपिंग सुनी होगी और शायद की भी होगी. लेकिन क्या आपने सुना है कि लोग हॉस्पिटल में बेड की भी विंडो शॉपिंग कर रहें हैं.
ऐसा हम नहीं कह रहें हैं दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है. सत्येंद्र जैन ने कहा "जब से हम हमने 'दिल्ली कोरोना' ऐप लॉन्च किया है, कई लोग अस्पतालों में बिस्तरों के बारे में इन्क्वायरी कर रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि जानकारी ले रहे इन लोगों में से भर्ती होने वालों की संख्या बहुत ही कम है. ये एक तरह से विंडो शॉपिंग है. तीन और अस्पताल कोरोना वायरस के इलाज लिए उपलब्ध हैं और दिल्ली में अस्पतालों की कमी नहीं होगी."
'दिल्ली कोरोना' ऐप के हिसाब से कोविड 19 मरीज़ों के लिए कुल 8386 बेड है. इनमें से 3440 बेड पर मरीज़ है जबकि 4946 अभी भी खाली हैं. दिल्ली में कुल 408 वेंटिलेटर है जिनमें से 255 से मरीज़ों का इलाज चल रहा है. इस वक्त कोविड19 मरीज़ों के लिए 153 वेंटिलेटर खाली है.
खाली बिस्तरों का अपडेट देगा सरकार का 'दिल्ली कोरोना' ऐप
2 जून को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में कोविड-19 के मरीजों के लिए खाली बिस्तरों (बेड) की जानकारी देने के लिए ‘दिल्ली कोरोना’ ऐप लॉंच किया है. केजरीवाल ने कहा कि अगर ऐप में बिस्तर खाली दिखाए जाने के बाद भी कोई अस्पताल मरीज को एडमिट करने में आनाकानी करे तो आप 1031 नंबर पर फोन कर शिकायत दर्ज करा सकते हैं. सराकार ये देखेगी कि मरीज को अस्पताल में बिस्तर जरूर मिले.
कोरोना वायरस संक्रमण के मामले में तीसरे नंबर पर दिल्ली
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि 61 निजी अस्पतालों को 20 प्रतिशत बिस्तर (बेड) कोविड-19 मरीजों के लिए रिजर्व रखने का ऑर्डर दे दिया गया है. कोरोना पॉज़िटिव केसेज़ की संख्या के मामले में दिल्ली देश में तीसरे नंबर पर हैं. दिल्ली में कोरोना वायरस के कुल संख्या 23645 मामले हैं, जिसमें से 13497 लोग अभी संक्रमित हैं. इलाज के बाद दिल्ली में 9542 ठीक हो चुके हैं जब कि दिल्ली में अब तक 606 लोगों की मौत हुई है.
दिल्ली में कोराना वायरस के लगातार बढ़ते मामलों पर दिल्ली सरकार के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भी दावा किया कि दिल्ली सरकार लोगों की जान बचाने और कोविड-19 मरीजों को पर्याप्त सुविधाएं मुहैया कराने पर ध्यान केन्द्रित कर रही है. सिसोदिया ने कहा कि जिन कुछ निजी अस्पतालों को कोरोना वायरस के मरीजों के लिए 20 प्रतिशत बिस्तर रिजर्व करने में उपकरणों की दिक्कत हो रही है उन्हें कोविड-19 अस्पताल में तब्दील किया जा सकता है.