गंगटोक: भारत के पूर्वी राज्य सिक्किम में भूस्खलन के कारण सैकड़ों पर्यटक फंस गए। भूस्खलन के कारण इलाके में सड़के बंद हो गई जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही।
इस बीच, भारतीय सेना के जवानों ने भूस्खलन और बाधाओं के कारण चुंगथांग में फंसे लगभग 500 पर्यटकों को सुरक्षित बचा लिया है। बचाए गए लोगों में करीब 113 महिलाओं समेत 54 बच्चे शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार, लोगों को बचाने के लिए सेना के जवानों ने मुश्तैदी से राहत-बचाव का काम किया और लोगों को सुरक्षित सेना के मेडिकल कैंपों तक पहुंचाया।
कैंप में पहुंचे कई लोगों को डॉक्टरों ने इलाज भी किया जिन लोगों को भी किसी तरह की समस्या थी कैंप में उनकी देखभाल की जा रही है। इसी के साथ ही कैंप में पर्यटकों के रहने के लिए इंतजाम किए गए हैं।
गौरतलब है कि शुक्रवार को लाचेन, लाचुंग और चुंगथांग घाटियों में भारी मूसलाधार बारिश हुई। इसके बाद लाचुंग और लाचेन घाटी की यात्रा करने वाले पर्यटक मार्ग में भूस्खलन और बाधाओं के कारण चुंगथांग में फंसे हुए थे।
उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) चुंगथांग के अनुरोध पर, त्रिशक्ति कोर, भारतीय सेना के जवानों ने कार्रवाई की और फंसे हुए पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाला।
पर्यटकों के लिए सेना के कैंप में पुख्ता इंतजाम
जानकारी के मुताबिक, फंसे हुए पर्यटकों को सुरक्षित बचाने के बाद उन्हें तीन अलग-अलग सैन्य शिविरों में ले जाया गया है। इन शिविरों में लोगों के लिए गर्म भोजन और गर्म कपड़े मुहैया कराए गए।
सेना की ओर से साझा की गई जानकारी में बताया गया है कि सैनिकों ने पर्यटकों को ठहराने और उन्हें रात के लिए आरामदायक बनाने के लिए अपने बैरकों को खाली कर दिया।
फंसे हुए पर्यटकों को प्रारंभिक चिकित्सा जांच प्रदान की गई। तीन मेडिकल टीमें भी बनाई गईं जिन्होंने सभी पर्यटकों की जांच की। सेना की मेडिकल टीम द्वारा प्रारंभिक चिकित्सा जांच में सभी पर्यटकों की हालत स्थिर पाई गई।
बता दें कि सेना ने सुनिश्चित किया है कि इन पर्यटकों की आगे की यात्रा के लिए मार्ग साफ होने तक लोगों को सभी सहायता प्रदान की जाएगी।