नई दिल्ली: शिमला के संजौली में निर्माणाधीन मस्जिद को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है, बीते बुधवार को हिमाचल प्रदेश सदन में मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने इसे गिराने की मांग की थी। हालांकि, उन्होंने कहा कि प्रशासन से सिर्फ 1 मंजिल बनाने का आदेश पारित हुआ था, लेकिन 3 मंजिल तक मकान को बनाया गया, जो पूरी तरह से अवैध है। यहीं नहीं उन्होंने कहा कि प्रदेश में अवैध रूप से रोहिंग्या रह रहे हो। इसी क्रम में स्वयं सीएम ने एसपी और डीसी को सख्त निर्देश दिए हैं। अब इस पर हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मोहब्बत की दुकान में नफरत ही नफरत भरी हुई है।
साथ ही मंत्री ने कहा कि बाहरी राज्य से जो हिमाचल प्रदेश में अवैध रूप से लोग आ रहे हैं, हो सकता है वो रोहिंग्या हों? मैंने सीएम से बातचीत की है और एसपी और डीसी को भी सख्त निर्देश दिए गए हैं। चाहे वो शिमला का इलाका हो या फिर हिमाचल का कोई भी क्षेत्र, सख्त निर्देश दिए गए हैं और सभी की वैरिफिकेशन होनी चाहिए।
मस्जिद मामले पर प्रदेश सरकार में मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि यह मंदिर, मस्जिद से जुड़ा हुआ मसला नहीं है। बात अवैध निर्माण की है। उन्होंने कहा कि मल्याणा से लड़ाई झगड़ा शुरु हुआ है। मंत्री ने कहा कि यह मस्जिद अवैध बनाई गई है और इसे लेकर मैंने रिपोर्ट मंगवाई है। कोई भी अफसर अवैध को वैध नहीं बता सकता है। शनिवार को इस मसले पर निगम में सुनवाई होनी है। उन्होंने कहा कि अवैध निर्माण को गिराया जाना चाहिए और वह इसके पक्ष में हैं।
ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा था कि मस्जिद का अवैध निर्माण दुर्भाग्यपूर्ण , कार्रवाई होनी चाहिए। हालांकि ऐसे में अब एमआईएमआईएम प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कह दिया कि मोहब्बत की दुकान में नफरत ही नफरत, हिमाचल का मंत्री भाजपा की जुबान बोल रहा है।