लखनऊ: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के यूपी प्रमुख शौकत अली ने अपने उस विवादित बयान पर सफाई पेश की है, जिसमें उन्होंने कथिततौर पर कहा था कि वो (हिंदू) घर में एक पत्नी रखते हैं और बाहर अवैध रूप से औरतों के साथ संबंध रखते हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसे लोग न घर की औरत के साथ वफादारी निभाते हैं और न बाहर की औरतों की इज्जत का ख्याल रखते हैं। उनसे बेहतर तो हम (मुसलमान) ही हैं, जो तीन औरतों से निकाह करके भी उन्हें बारबरी का दर्जा देते हैं और सभी पत्नियों से पैदा होने वाले बच्चों का नाम भी राशन कार्ड में दर्ज करवाते हैं।
यूपी में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी कमान संभाल रहे शौकत अली के इस बयान में यूपी की सियासत में भारी बवाल खड़ा कर दिया। यूपी भाजपा ने शौकत के बयान को शर्मनाक बताते हुए उनसे माफी की मांग की। वहीं विवादास्पद बयान पर फंसते हुए अब शौकत अली ने यू-टर्न ले लिया है और बयान पर सफाई पेश करते हुए कहा कि उनका मकसद किसी की भावना को ठेस पहुंचाने का नहीं था।
शौकत ने मामले को शांत करने के लिए कहा, "अगर हम 2 महिलाओं से शादी करते हैं तो भी हम उन्हें समान सम्मान देते हैं। कुछ लोग एक शादी करते हैं लेकिन बाहर भी 3 पत्नियां रखते हैं और इस बात को समाज से छुपाते हैं। मैं सिर्फ ऐसे आदमियों की बात कर रहा था। मैंने 'हिंदू' का जिक्र नहीं किया और मेरा इरादा किसी समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था।"
मालूम हो कि शौकत अली ने हिजाब और मदरसे समेत मुस्लिम समुदाय से जुड़े तमाम मुद्दों पर भाजपा को घेरते हुए कहा कि भाजपा जब-जब कमजोर होती है, वो मुस्लिमों के मुद्दों को उठाते हुए उसके जरिये समाज में ध्रुवीकरण करती है और उसी के आधार पर हिंदुओं को गोलबंद करके ये लोग वोट पाते हैं।
बुर्के के सवाल पर शौतक अली ने कहा कि देश में सब कुछ भाजपा के हिसाब से तय नहीं होगा। वो कौन होते हैं यह तय करने वाले कि देश में कौन क्या पहनेगा। यह देश संविधान से चलेगा। यहां की आवाम से चलेगा। बीजेपी ऐसे मुद्दों को उठाकर वोटों का ध्रुवीकरण करती है और देश तोड़ने की साजिश कर रही है।