Shahjahanpur:उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में जलालाबाद का नाम बदलकर परशुरामपुरी कर दिया गया। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान विष्णु के छठे अवतार परशुराम की जन्म स्थली जलालाबाद मानी जाती है और इसी आधार पर वर्षों से ग्रामीण व स्थानीय संगठन कस्बे का नाम बदलने की मांग कर रहे थे। केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने बुधवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में जलालाबाद का नाम परिवर्तित कर ‘परशुरामपुरी’ करने की अनुमति देने पर गृह मंत्री अमित शाह का हार्दिक धन्यवाद एवं आभार!”
उन्होंने कहा, “आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हृदय से आभार, वंदन एवं अभिनंदन! आपके मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में आए इस निर्णय ने सम्पूर्ण सनातनी समाज को गर्व का क्षण प्रदान किया है।” प्रसाद ने कहा, “भगवान परशुराम जी के चरणों में कोटि-कोटि नमन! आपकी कृपा मात्र से ही इस पुनीत कार्य में निमित्त बन सका।
आपकी कृपा दृष्टि संपूर्ण जगत पर बनी रहे।” जलालाबाद से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक हरिप्रकाश वर्मा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि जन भावनाओं का सम्मान करते हुए केंद्र सरकार ने मुख्य सचिव को प्रेषित पत्र में जलालाबाद कस्बे का नाम बदलकर परशुराम पुरी कर दिया है।
उन्होंने कहा, “यहां के लोग लंबे समय से गुलामी के प्रतीक नाम को हटाकर कस्बे का नाम परशुराम पुरी रखने की मांग कर रहे थे। केंद्र सरकार ने जनता की भावनाओं का सम्मान करते हुए यह निर्णय लिया है। इसमें केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद की अहम भूमिका रही है।”
भाजपा के जिला महामंत्री अनिल गुप्ता ने इस निर्णय को ‘ऐतिहासिक उपलब्धि’ करार देते हुए कहा, “अब जलालाबाद को सनातन परंपरा के अनुरूप परशुरामपुरी के नाम से जाना जाएगा। यह लोगों की वर्षों पुरानी इच्छा थी जिसे सरकार ने पूरा कर दिया है। इसमें प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना और केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद का विशेष योगदान रहा है।”
परशुराम जन्मस्थली मंदिर के महंत ब्रह्मचारी सत्यदेव ने कहा, “सनातन धर्म की आस्था और विचारधारा की वजह से जलालाबाद का नाम परशुरामपुरी रखा गया है। यहां के लोग बेहद प्रसन्न हैं और उत्सव का माहौल है। हम केंद्र और प्रदेश सरकार को इस ऐतिहासिक निर्णय के लिए धन्यवाद देते हैं।”