केंद्र सरकार डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा के लिए अध्यादेश लेकर आई है, जिसके तहत उनपर हमला करने पर कड़ी सजा का प्रावधान किया गया है। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने अध्यादेश को लेकर कहा कि जो लोग अपनी जान की परवाह किए बिना हमारी सुरक्षा में लगे हैं उनकी सुरक्षा भी जरूरी है।
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, "जो लोग अपनी जान को हथेली में लेकर हमारी सुरक्षा कर रहे हैं उनकी सुरक्षा भी जरूरी है और उनका सम्मान भी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के 130 करोड़ लोगों की सेहत की सलामती के लिए काम हो रहा तो वही उन सेहत सिपहसलारों की सुरक्षा के लिए भी काम किया जा रहा है।"
बता दें कि नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में केंद्र सरकार अध्यादेश लेकर आई, जिसके तहत स्वास्थ्यकर्मियों पर हमला गैरजमानती अपराध की श्रेणी में रखा गया है। अध्यादेश के अनुसार मेडिकल टीम पर हमला करने पर 3 महीने से 5 साल की सजा और 50 हजार से 2 लाख रुपये तक का जुर्माना होगा। अगर गंभीर नुकसान हुआ है तो 6 महीने से 7 साल की सजा का प्रावधान और जुर्माना 1 लाख से 5 लाख रुपये है।
इसके अलावा मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, "रमजान का पवित्र महीना शुरू होने जा रहा है। सभी धर्मगुरुओं, धार्मिक और सामाजिक संगठनों तथा भारतीय मुसलमानों ने कोरोना वायरस के मद्देनजर हिफाजत के साथ इबादत करने का संकल्प लिया है। हम अपने घरों में नमाज और इफ्तार इत्यादि सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखकर करेंगे।"
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अब तक देश में कोरोना वायरस से 21393 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जिसमें से 681 लोगों की जान जा चुकी है और 4258 लोग ठीक भी हुए हैं। एक व्यक्ति देश से बाहर जा चुका है और इस हिसाब से देश में अभी कोरोना वायरस के 16454 एक्टिव केस मौजूद हैं।