नई दिल्ली: पंजाब के बठिंडा में सैन्य ठिकाने पर बुधवार (12 अप्रैल) सुबह हुई गोलीबारी के मामले में पंजाब पुलिस की एफआईआर में कहा गया है कि कुर्ता पायजामा पहने दो लोगों ने बठिंडा सैन्य स्टेशन पर एक इंसास राइफल और कुल्हाड़ी के इस्तेमाल से 4 जवानों की हत्या की। प्राथमिकी के मुताबिक, दोनों हमलावरों ने अपने चेहरे ढके हुए थे। भारतीय सेना के बयान के मुताबिक, एक सर्च टीम ने इंसास राइफल और कारतूस बरामद किया है। हथियार का अब पंजाब पुलिस और भारतीय सेना की संयुक्त टीमों द्वारा फोरेंसिक विश्लेषण कराया जाएगा।
सेना के बयान में कहा गया है कि पंजाब पुलिस के साथ संयुक्त जांच जारी है। बरामद इंसास में कितने कारतूस शेष रह गए इसकी संख्या फोरेंसिक विश्लेषण के बाद ही उपलब्ध होगी। सेना ने कहा कि अब तक किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया गया है। इससे पहले पंजाब पुलिस ने कहा था कि मिलिट्री स्टेशन में 19 खोखे बरामद किए गए हैं।
बठिंडा के एसपी (जांच) अजय गांधी ने कहा कि चार जवानों पर उस समय हमला किया गया जब वे अपने बैरक में सो रहे थे। पुलिस ने घटना में आतंकी एंगल से इनकार किया है। बठिंडा के एसएसपी गुलनीत खुराना ने कहा, "मामले की जांच की जा रही है। हम गहराई से जांच के लिए मिलिट्री स्टेशन के अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं।"
बता दें कि बठिंडा सैन्य स्टेशन एशिया का सबसे बड़ा सैन्य अड्डा है और सेना के मुख्यालय 10 कोर का मुख्यालय है। यहां 'चेतक' वाहिनी दक्षिण पंजाब और उत्तर राजस्थान में पाकिस्तान के साथ भारत की सीमा की रक्षा के लिए है। भारतीय सेना के दक्षिण-पश्चिम कमान के एक बयान के अनुसार, गोलीबारी की घटना सुबह 4:35 बजे हुई। बठिंडा के एसएसपी गुलनीत खुराना ने कहा कि प्रारंभिक जानकारी से पता चलता है कि सेना के एक जवान ने संभवत: सुरक्षित परिसर में दूसरों पर गोलियां चलाईं।
इस मामले में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने घटना को लेकर सेना से रिपोर्ट मांगी है। सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे इस मामले की ब्रीफिंग देंगे। उधर, पंजाब सरकार ने भी बठिंडा पुलिस से रिपोर्ट तलब की है।